न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): अगर आपको ट्रेन में यात्रा के दौरान मिलने वाले खाने से कोई शिकायत है तो, अब इसके लिए (IRCTC) आईआरसीटीसी ने कमर कस ली है। यात्रियों को ट्रेन में परोसे जाने वाले खाने की क्वालिटी चेक करने के लिए जल्द ही ट्रेनों में अब फूड इंस्पेक्टर की तैनाती (Deployment of Food Inspector) की जायेगी। जिससे यात्रियों को सफर के दौरान खानपान को लेकर होने वाली परेशानियों से निजात मिल सकेगी।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा में ये जानकारी सदन को दी। जिसके मुताबिक राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, तेजस और वंदे भारत ट्रेनों सहित स्पेशल ट्रेनों में फूड इंस्पेक्टर की नियुक्तियां कर उनकी तैनाती की गयी है। इसके साथ ही सेक्शनल आधारों पर भी मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में फूड सुपरवाइज़र तैनात किये गये है। खानपान की शिकायत भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (IRCTC) के सुपरवाइज़र द्वारा दर्ज करवायी जा सकती है।
रेल मंत्रालय ने सूचित किया है कि रेलवे की आईटी सिस्टम भी इस मामले से जुड़े शिकायतें दर्ज करने के लिए मैकेनिज़्म तैयार रहा है। इसके तहत रेल हेल्प हेल्पलाइन नंबर 139, ट्विटर हैंडल, सेन्ट्रल ग्रिवांस पोर्टल, ई-मेल और एसएमएस को भी शामिल किया गया हैं। इस प्रक्रिया से जुड़ी सारी जानकारी ई-टिकट और आईआरसीटीसी पोर्टल पर दी गई है। यात्रा के दौरान खानपान सेवाओं की निगरानी के लिए आईआरसीटीसी सुपरवाइज़र को बहाल किया गया है।
गौरतलब है कि भले ही रेलवे ने फरवरी में खानपान सेवा को मंजूरी दे दी थी, लेकिन ट्रेनों में कंबल, बेडशीट जैसी सार्वजनिक उपयोग की वस्तुओं पर अभी भी प्रतिबंध लगा हुआ है। सरकार ने कोरोनावायरस महामारी के कारण ई-कैटरिंग सेवाओं पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था। रेलवे बोर्ड की मंजूरी मिलते ही IRCTC की ई-कैटरिंग सेवा शुरू की जा सकती है। समीक्षा करने के बाद रेलवे ने ई-कैटरिंग सेवा को फिर से शुरू करने की इजाजत दे दी है। सभी स्वास्थ्य और सुरक्षा मानकों (Health and Safety Standards) का पालन करते हुये ई-कैटरिंग सेवा फिर से शुरू की गई है। जिससे रेल यात्रियों को सफर के दौरान बेहतर खाने-पीने की चीजें मिल रही हैं।