टेक डेस्क (स्पेशल फीचर): क्या आप जानते हैं दुनिया का सबसे ताकतवर और खतरनाक इंसान कौन है? जिसके मोबाइल में पासवर्ड नहीं है। पासवर्ड मैनेजमेंट कंपनी नॉर्डपास (Password Management Company NordPass) ने 2021 के लिये दुनिया के सबसे कमजोर पासवर्ड की लिस्ट जारी की है। इनमें सबसे ऊपर 123456 है। दूसरे पायदान पर 123456789 और तीसरे नंबर पर 12345 हैं।
भारत की बात करें तो सबसे कमजोर पासवर्ड भारत में हैं। यहां बहुत से लोग पासवर्ड के तौर पर ‘पासवर्ड’ शब्द का ही इस्तेमाल करते हैं। ऐसे लोगों की तादाद करीब 17 लाख से ज्यादा है।
इसके बाद आते हैं 12345 पासवर्ड का इस्तेमाल करीब 12 लाख लोग, 123456 को पासवर्ड बनाने वाले 11 लाख और 2 लाख से ज्यादा लोग अपने पासवर्ड के तौर पर 123456789 इस्तेमाल करते हैं, जबकि भारत में 123 को अपना पासवर्ड बनाने वालों की तादाद 1.26 लाख से ज्यादा है. इसके अलावा qwerty और abc123 भारत के सबसे कमजोर पासवर्डों में से हैं। इनमें से India123 को छोड़कर बाकी सभी पासवर्ड एक सेकेंड से भी कम वक़्त में हैक किये जा सकते हैं। India123 को क्रैक करने में औसतन 17 मिनट का समय लगता है।
इसके अलावा भारत में सबसे अधिक इस्तेमाल किये जाने वाले पासवर्ड में 'XXX, 'आई लव यू', 'कृष्णा' 'ओम साईं राम, जय माता दी, बिस्मिल्लाह, वाहेगुरु, साईं बाबा' भी खासतौर से शामिल हैं। इन्हें कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनटों और घंटों में भी क्रैक किया जा सकता है।
साल 2021 के इन सबसे कमजोर पासवर्ड (Weak password) की लिस्ट 50 देशों में किये गये एक अध्ययन के आधार पर तैयार की गयी है। एक वक़्त था जब दुनिया घर की हिफाजत के लिये ताले लगाती थी, लेकिन अब इसकी जगह पासवर्ड ने ले ली है। अगर किसी ने आपके मोबाइल फोन का पासवर्ड हैक कर लिया तो आपकी निजी जिंदगी से लेकर आपके बैंक खातों तक के सारे ताले टूट जायेगें।
पहले कहा जाता था कि जितना बड़ा ताला, उतना अच्छा और अलीगढ़ के ताले इस मामले में काफी प्रसिद्ध हैं। फिर इलेक्ट्रॉनिक ताले उनकी जगह लेने लगे, जिन्हें पासवर्ड की मदद से और अधिक ज़्यादा महफूज़ बनाया जा सकता है। लेकिन आप अपने मोबाइल फोन, लैपटॉप, टैबलेट या इसी तरह के दूसरे डिजिटल इक्विपमेंट (Digital Equipment) के लिये जिस पासवर्ड का इस्तेमाल करते हैं, वो उतना मजबूत नहीं हो सकता है।
अकेले साल 2016 में ही दुनिया भर से 300 करोड़ से ज्यादा पासवर्ड चोरी हो गये, यानि हैकर्स आसानी से हर दिन 8 लाख पासवर्ड चुरा लेते हैं। आईटी एक्सपर्ट्स का मानना है कि सात कैरेक्टर का पासवर्ड एक सेकेंड से भी कम समय में हैक किया जा सकता है, 9 कैरेक्टर का पासवर्ड 5 दिनों में और 10 कैरेक्टर का पासवर्ड 4 महीने में हैक किया जा सकता है। लेकिन अगर आप चाहते हैं कि 200 साल तक भी कोई आपका पासवर्ड क्रैक (Password Crack) न कर सके तो आपको इसे कम से कम 12 कैरेक्टर का बनाना होगा। और इन कैरेक्टर्स का कॉम्बिनेशन भी ऐसा होना चाहिए, जिसका अंदाजा लगाना मुश्किल हो। इसमें आपको कैरेक्टर्स के अलावा स्पेशल सिंबल और नंबरों का भी इस्तेमाल करना चाहिए। तकनीकी भाषा में कहे तो आपको 12 कैरेक्टर वाला अल्फा न्यूमैरिक पासवर्ड (Alpha Numeric Password) बनाना चाहिये।
हालाँकि यहीं से परेशानी भी शुरू होती है। मुश्किल पासवर्ड याद रखना भी मुश्किल होता है और आसान पासवर्ड आसानी से चुराया जा सकता है, इसलिए अब कंपनियां पासवर्ड रहित फ्यूचर (Passwordless Future) की ओर देख रही हैं और ये पहले ही शुरू हो चुका है। अब इसके लिये पासवर्ड की जगह आपके आई स्कैन, फेशियल रिकग्निशन और फिंगरप्रिंट्स का इस्तेमाल किया जा रहा है।
हालाँकि अगर आप अभी भी पासवर्ड से घिरे हैं तो हम आपको बताना चाहते हैं कि अपने पासवर्ड को अपने टूथब्रश की तरह मानें। इसे किसी और को न दें और इसे हर 3 महीने में बदलते रहें।