न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): हफ्ते में दूसरी बार तेल मार्केटिंग कंपनियों द्वारा पेट्रोल और डीजल की कीमतों (Petrol Diesel Prices) में गिरावट की गयी है। आज दरों संशोधन के होने के बाद पेट्रोल की कीमतों में 22 पैसे की कटौती की गयी, जबकि देश भर में डीजल की कीमतों में 23 पैसे की कमी की गई। नई दिल्ली में पेट्रोल की मौजूदा कीमत 90.58 रुपये प्रति लीटर है, जो सोमवार को 90.78 रुपये थी। इसी तरह डीजल 80.87 रुपये प्रति लीटर पर उपलब्ध है। जबकि कल इसकी कीमत 81.10 रुपये दर्ज की गयी थी।
कोलकाता (90.77 रुपये), मुंबई (96.98 रुपये), चेन्नई (92.58 रुपये) सहित दूसरे बड़े शहरों में भी पेट्रोल की दरें घट गयी हैं। इस बीच मुंबई में डीजल की कीमत अब 87.96 रुपये हो गयी है। ये कीमतें चेन्नई में 85.88 रुपये और कोलकाता में 83.75 रुपये के आंकड़े पर आ गयी है। दैनिक मूल्य निर्धारण प्रणाली के मुताबिक पेट्रोल और डीजल की कीमतें वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों और रुपये-अमेरिकी डॉलर के एक्सचेंज रेट पर निर्भर करती हैं। भारत कच्चे तेल की 80% से ज़्यादा जरूरत के लिए आयात पर निर्भर रहता है। इसके अलावा केंद्रीय और राज्य कर दोनों मिलाकर पेट्रोल की कीमतों में 61 फीसदी का सीधा इज़ाफा आता है। ठीक इसी तरह डीजल पर लगाने वाले केंद्रीय और राज्य करीब 56% कीमत में इज़ाफा करते है।
अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार में मंगलवार को ब्रेंट क्रूड की कीमतें में स्वेज नहर पर फिर से खुलने के बाद सीधी गिरावट देखी जा रही है। स्वेज नहर पर फिर से जलीय आवागमन शुरू हो गया। अब दुनिया भर की नज़रे ओपेक की होने वाली बैठक पर है। जहां पेट्रोलियम पदार्थों के प्रतिबंधों को बढ़ाने को लेकर चर्चा होने की संभावना है। कोविड के बढ़ाते मामलों के देखते हुए पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति पर अस्थायी तौर पर रूकावट लगी हुई है।
साल 2002 की शुरूआत में सरकार ने एटीएफ की कीमतों को मुक्त करने के साथ ईंधन की कीमतों में गिरावट लाना शुरू किया। इसी फैसले के तहत साल 2010 में पेट्रोल को लाया गया और अक्टूबर 2014 में डीजल को। पहले सरकार उस कीमत को तय करने में हस्तक्षेप करती थी, जिस पर ईंधन खुदरा विक्रेता डीजल या पेट्रोल बेचते थे। हालांकि, घरेलू एलपीजी और केरोसिन जैसे ईंधन अभी भी मूल्य नियंत्रण में हैं।