न्यूज डेस्क (निकुंजा राव): Pfizer और BioNTech ने बीते शुक्रवार को यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) से गुहार लगायी है कि, वो अपनी कोरोना वैक्सीन का इस्तेमाल संयुक्त राज्य अमेरिका में 12 से 15 वर्ष की उम्र के बच्चों पर करना चाहते है। जिसके लिये एफडीए उनके टीके को दी गयी आपातकालीन मंजूरी (Emergency clearance) में जरूरी फेरबदलाव करें। अगर एफडीए Pfizer और BioNTech की मांग को मान लेता है तो जल्द ही ये टीका 16 आयु वाले लोगों को उपलब्ध होगा।
माना जा रहा है कि दोनों ही कंपनियां आने वाले दिनों में दुनिया भर के दूसरे औषधि नियामक प्राधिकरणों (Drug Regulatory Authorities) के सामने ऐसी दरख्वास्त रख सकती है। जिसके लिए कंपनी के शीर्ष अधिकारियों ने खास तैयारियों का मसौदा तैयार कर लिया है। फाइजर और बायोएनटेक ने पिछले महीने शोध का हवाला देते हुए कहा कि, 12 से 15 साल के बच्चों में उनके द्वारा विकसित टीका 100 फीसदी कारगर क्षमता रखता है।
दोनों कंपनियों ने अपने अधिकारिक बयान में कहा कि, औषधि नियामकों के सामने ये दरख्वास्त पुख्ता प्रमाण के साथ रखी जायेगी। हाल में उनके टीके ने तीन चरणों के प्रक्रिया में 12 से 15 साल के किशोरों पर 100 फीसदी कारगर असर दिखाया। जिसके बाद किशोरों के शरीर में मजबूत एंटीबॉडी प्रतिक्रिया दिखी। साथ ही जो थोड़े बहुत साइड इफैक्ट सामने आये वो काफी हल्के रहें। टीके की दो खुराक लगने के बाद कोरोना संक्रमण के खिलाफ दो साल की लंबी इम्युनिटी मिल जायेगी। जो कि संक्रमण से पुख्ता सुरक्षा मुहैया करवायेगी।
फाइजर और बायोनेट ने कहा कि, वे जल्द से जल्द आपातकालीन इस्तेमाल के लिए एफडीए के सामने अपनी दरख्वास्त रखेगें। फाइजर के सीईओ अल्बर्ट बोरला के मुताबिक अगले साल से स्कूलों में इसकी शुरूआत 12 से 15 साल के बच्चों के टीकाकरण के साथ होगी। गौरतलब है कि पिछले महीने मॉडर्न ऐलान किया था कि उसने अमेरिका और कनाडा में जांच पड़ताल के लिए अपने टीके का छह महीने से 12 साल की उम्र के बच्चों पर परीक्षण शुरू कर दिया है।
रोग नियंत्रण और रोकथाम (सीडीसी) के आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में 90.2 मिलियन से ज़्यादा फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन खुराकों, 80 मिलियन से ज़्यादा मॉडर्न वैक्सीन खुराकों और लगभग 5 मिलियन जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन खुराकों को प्रशासित किया गया है।