न्यूज डेस्क (आदर्श शुक्ला): उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले (Pithoragarh District of Uttarakhand) में भारत और नेपाल सीमा (India and Nepal border) के करीब लास्को नदी में देर रात को बादल फटने से महिला की मौत हो गयी और 30 से ज़्यादा घरों को भारी नुकसान पहुँचा है। इस बात की पुष्टि जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) आशीष चौहान ने मीडिया के सामने की।
बादल फटने से धारचूला मल्ली बाजार (Dharchula Malli Bazar) को भी नुकसान पहुंचा है। बचाव और राहत के प्रयास जारी हैं। इस दौरान तल्ला गांव (Talla Village) में जलजमाव हो गया। पिथौरागढ़ में काली नदी (Kali Nadi) भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मौके पर कई घर बह गये हैं और कुछ घर बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। आज (10 सितम्बर 2022) सुबह नदी में तेज बहाव के कारण एक इमारत गिरकर पानी में समा गयी।
डीएम ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) की टीमें मौके पर राहत कार्य में लगी हुई हैं। काली नदी में आयी बाढ़ से भारत और नेपाल दोनों के गांवों में भी भारी नुकसान हुआ है।
मामले पर एसडीआरएफ देहरादून (Dehradun) के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा (Manikant Mishra) ने कहा कि- “हमें कई जगहों में पानी घुसने और कई इलाकों में सड़क टूटने की खबरें मिली हैं। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ (SDRF and NDRF) ने मौके पर मोर्चा संभालते हुए राहत, बचाव और बहाली अभियान चलाया है”
इसके बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने देहरादून के रायपुर के सरखेत गांव (Sarkhet Village of Raipur) में प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। इन इलाकों में बाढ़ का पानी कई घरों को बहाकर अपने साथ ले गया और कई इमारतों में पानी घुस गया जिससे आम लोगों का रोजमर्रा का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
सीएम धामी ने राज्य आपदा प्रबंधन विभाग और प्रशासन के अन्य अधिकारियों को देहरादून समेत गढ़वाल संभाग (Garhwal Division) में भारी बारिश के बाद हुई तबाही को लेकर अलर्ट रहने के आदेश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों को प्रभावित इलाकों में पहुंचने का भी निर्देश दिया।
मामले पर एसडीआरएफ ने कहा कि, “गांव में फंसे सभी लोगों को बचा लिया गया, जबकि कुछ ने पास के एक रिसॉर्ट में पनाह ली है।”