न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): 6.1 लाख ग्रामीण लाभार्थियों को सीधे लाभ पहुँचाते हुए, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) की राशि बैंक खातों में ट्रांसफर की। इस योजना के तहत 2,690 करोड़ रुपये की सहायता राशि डिजिटल ट्रांसफर के माध्यम से लाभार्थियों तक पहुँची। वित्तीय वर्ष 2020-21 के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना में ग्रामीण इलाके के 5.3 लाख लाभार्थियों को घर बनाने के लिए पहली किस्त मिली। साथ ही इसी योजना के अन्य 80 हजार लाभार्थियों को भी सहायता राशि उनके बैक खातों में भेजी गयी। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सहारनपुर, वाराणसी, खीरी, चित्रकूट, वाराणसी, लखीमपुर और अयोध्या के लाभार्थियों से संवाद स्थापित कर उनके अनुभवों को जाना और साथ ही शुभकामनायें भी दी।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कही, ये बड़ी बातें–
- आप सभी को, खास तौर से माताओं बहनों को बहुत बहुत बधाई। आपका अपना घर, सपनों का घर बहुत जल्द आपको मिलने वाला है।
- आज दशम गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी का प्रकाश पर्व भी है। इस पवित्र अवसर पर मैं गुरु गोविंद सिंह जी के चरणों में प्रणाम करता हूं। मैं सभी देशवासियों को प्रकाश पर्व की हार्दिक बधाई भी देता हूं।
- गुरु साहब मुझ सेवक से निरंतर सेवाएं लेते रहे हैं। सेवा और सत्य के पथ पर चलते हुए बड़ी से बड़ी चुनौती से भी लड़ने की प्रेरणा हमें गुरु गोविंद सिंह जी के जीवन से मिलती है।
- गुरु गोविंद सिंह जी के दिखाए इस मार्ग पर देश आगे बढ़ रहा है। गरीब, पीड़ित, वंचित, शोषित की सेवा के लिए उनका जीवन बदलने के लिए आज देश में अभूतपूर्व काम हो रहा है।
- 5 वर्ष पहले मुझे उत्तर प्रदेश के आगरा से प्रधानमंत्री आवास योजना का शुभारंभ करने का सौभाग्य मिला था। इतने कम समय मे इस योजना ने देश के गांवों की तस्वीर बदलनी शुरू कर दी है।
- इस योजना के साथ करोडों लोगों की उम्मीदें और सपनें जुड़ें हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना ने गरीब से गरीब को भी ये विश्वास दिलाया है कि हां आज नहीं तो कल मेरा भी अपना घर हो सकता है।
- आज एक साथ यूपी के 6 लाख से ज्यादा परिवारों को सीधे उनके बैंक खाते में करीब-करीब 2,700 करोड़ रुपये ट्रांसफर की गई है। इनमें से 5 लाख से ज्यादा परिवार ऐसे हैं जिन्हें घर बनाने के लिए उनकी पहली किस्त मिली है।
- आज 80 हजार परिवार ऐसे भी हैं जिन्हें उनके मकान की दूसरी किस्त मिल रही है। अब आपके परिवार के लिए अगली सर्दी इतनी कठिन नहीं होगी। अगली सर्दी में आपका अपना घर भी होगा और घर में सुविधाएं भी होंगी।
- पहले जो सरकारें रही उस दौरान उत्तर प्रदेश में क्या स्थिति थी ये आप सभी ने देखा है। गरीब को ये विश्वास ही नहीं था कि सरकार भी घर बनाने में उसकी मदद कर सकती है। जो पहले की आवास योजनाएं थीं, जिस तरह से घर उनके तहत बनाएं जाते थें, वो भी किसी से छिपा नहीं है।
- आत्मनिर्भर भारत का सीधा संबंध देश के नागरिकों के आत्मविश्वास (Self-confidence) से है। और घर एक ऐसी व्यवस्था और ऐसा सम्मानजनक तौफा है जो इंसान का आत्मविश्वास कई गुना बढ़ा देता है।
- देश ने आजादी के 75 वर्ष पूरे होने तक हर गरीब परिवार को पक्का घर देने का लक्ष्य तय किया था। बीते वर्षों में लगभग दो करोड़ घर सिर्फ ग्रामीण इलाकों में बनाए गए हैं। अकेले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी करीब सवा करोड़ घरों की चाबी लोगों को दी जा चुकी है।
- इस पूरे अभियान की सबसे खास बात यह है कि जितने भी घर बन रहे हैं, सबके लिए पैसा सीधे गरीबों के बैंक खातों में दिया जा रहा है। किसी भी लाभार्थी को तकलीफ न हो, भ्रष्टाचार का शिकार न होना पड़े। केंद्र और UP सरकार मिलकर इसके लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
- आज योगी जी की सरकार की सक्रियता का परिणाम है कि यहां आवास योजना के काम की गति भी बदल गई और तरीका भी बदल गया है। यूपी में करीब 22 लाख ग्रामीण आवास बनाए जाने हैं। इनमें से 21.5 लाख घरों को बनाए जाने की स्वीकृति भी दी जा चुकी है।
- आज देश की कोशिश है कि मूलभूत सुविधाओं में गांव और शहर के बीच का अंतर कम किया जा सके। गांव में सामान्य मानवी के लिए भी जीवन उतना ही आसान हो जितना बड़े शहरों में है। प्रधानमंत्री आवास योजना को शौचालय, बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से भी जोड़ा जा रहा है।
- बीते 4 वर्षों में उत्तर प्रदेश की सरकार ने केंद्र सरकार की योजनाओं को जिस तेजी से आगे बढ़ाया है, उससे UP को एक नई पहचान भी मिली है और नई उड़ान भी मिली है।
- एक तरफ अपराधियों और दंगाइयों पर सख्ती और दूसरी तरफ कानून व्यवस्था पर नियंत्रण। एक तरफ अनेक एक्सप्रेस वे का तेजी से चल रहा काम, तो दूसरी तरफ एम्स जैसे बड़े संस्थान। मेरठ एक्सप्रेस वे से लेकर बुंदेलखंड गंगा एक्सप्रेस वे (Bundelkhand Ganga Expressway) तक उत्तर प्रदेश में विकास की रफ्तार तेज करेंगे।