न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): आज पीएम किसान सम्मान निधि की आठवीं किस्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने जारी की। इस मौके पर प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें प्रधानमंत्री ने लाभार्थी किसानों से बातचीत की। इस स्कीम के अन्तर्गत 9.5 करोड़ से ज़्यादा किसान परिवारों को केन्द्र सरकार सीधे उनके बैंक खातों में मदद की राशि भेजेगी। जिसके लिये 19,000 करोड़ रुपए से ज़्यादा की राशि का आंबटन किया जायेगा। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कार्यक्रम में कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने भी शिरकत की।
गौरतलब है कि इस योजना में जरूरतमंद किसानों (Needy farmers) को 6000 रूपये की रकम का भुगतान किया जाता है। जिसे केंद्र सरकार हर चार महीने में दो हज़ार रूपये की किस्त के तौर पर भेजती है। योजना का राशि की पहली किस्त अप्रैल से जुलाई महीने के बीच, दूसरी किस्त अगस्त से नवंबर के दौरान और तीसरी किस्त दिसंबर से 31 मार्च के बीच सीधे किसानों के खातों में भेजी जाती है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार अब तक 1.15 लाख करोड़ रुपये किसान परिवारों को भेज चुकी है।
इस योजना का फायदा उठाने के लिये सबसे पहले किसान को अपना पंजीकरण करवाना जरूरी होता है। जिसके बाद एक सूची जारी की जाती है। इस सूची में जिनका नाम होता है, उन्हें इस स्कीम का लाभ मिलता है। इसके साथ ही योजना से जुड़ी आधिकारिक वेबसाइट https://pmksan.gov.in/ पर पंजीकरण, लिस्ट और पात्रता (Eligibility) से जुड़ी सारी जानकारी उपलब्ध है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहीं ये अहम बातें
- आज अक्षय तृतीया का पावन पर्व है, कृषि के नए चक्र की शुरुआत का समय है और आज ही करीब 19 हज़ार करोड़ रुपए किसानों के बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर किए गए हैं। इसका लाभ करीब-करीब 10 करोड़ किसानों को होगा। बंगाल के किसानों को पहली बार इस सुविधा का लाभ मिलना शुरू हुआ है।
- आज बहुत ही चुनौतीपूर्ण समय में हम ये संवाद कर रहे हैं। कोरोना की मुश्किल चुनौतियों के बीच जहां किसानों ने कृषि और बागवानी में रिकॉर्ड उत्पादन किया है, वहीं सरकार भी हर साल MSP पर खरीद के नए रिकॉर्ड बना रही है। पहले धान की और अब गेहूं की भी रिकॉर्ड खरीद हो रही है।
- इस वर्ष, अभी तक बीते वर्ष की तुलना में लगभग 10 प्रतिशत अधिक गेहूं एमएसपी पर खरीदा जा चुका है। अभी तक गेहूं की खरीद का लगभग 58 हज़ार करोड़ रुपए सीधे किसानों के खाते में पहुंच चुका है। आज बंगाल के लाखों किसानों को पहली किस्त पहुंची है। जैसे-जैसे राज्यों से किसानों के नाम केंद्र सरकार को मिलेंगे, वैसे वैसे लाभार्थी किसानों की संख्या और बढ़ती जाएगी।
- अभी तक इस योजना के तहत देश के लगभग 11 करोड़ किसानों के पास करीब 1 लाख 35 हजार करोड़ रूपये पहुंच चुके हैं। इनमें से सिर्फ कोरोना काल में ही 60 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा पहुंचे हैं।
- खेती में नए समाधान, नए विकल्प देने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। जैविक खेती को बढ़ावा देना ऐसे ही प्रयास हैं। इस प्रकार की फसलों में लागत भी कम है, ये मिट्टी और इंसान के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं और इनकी कीमत भी ज्यादा मिलती है। इस वर्ष, अभी तक बीते वर्ष की तुलना में लगभग 10% अधिक गेहूं MSP पर खरीदा जा चुका है। अभी तक गेहूं की खरीद का लगभग 58,000 करोड़ रुपए सीधे किसानों के खाते में पहुंच चुका है।
- मुझे संतोष है कि पंजाब और हरियाणा के लाखों किसान डायरेक्ट ट्रांसफर की इस सुविधा से जुड़े हैं। अभी तक पंजाब के किसानों के बैंक खातों में करीब 18,000 करोड़ रुपये और हरियाणा के किसानों के बैंक खातों में करीब 9,000 करोड़ रुपये सीधे जमा हो चुके हैं।
- खेती में नए समाधान, नए विकल्प देने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। जैविक खेती को बढ़ावा देना ऐसे ही प्रयास हैं। इस प्रकार की फसलों में लागत भी कम है, ये मिट्टी और इंसान के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं और इनकी कीमत भी ज्यादा मिलती है।
- सरकार की ये निरंतर कोशिश है कि छोटे और सीमांत किसानों को बैंकों से सस्ता और आसान ऋण मिले। इसके लिए बीते डेढ़ साल से किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध करने का अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान 2 करोड़ से ज्यादा किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं।
- 100 साल बाद आई इतनी भीषण महामारी कदम-कदम पर दुनिया की परीक्षा ले रही है। हमारे सामने एक अदृश्य दुश्मन है। हम अपने बहुत से करीबियों को खो चुके हैं। बीते कुछ समय से जो कष्ट देशवासियो ने सहा है,अनेको लोग जिस दर्द से गुजरे है, तकलीफ से गुजरे है वो मैं भी उतना ही महसूस कर रहा हूं।
- कोरोना काल में भारत दुनिया कि सबसे बड़ी मुफ्त राशन की योजना चला रहा है। पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से पिछले वर्ष 8 महीने तक गरीबों को मुफ्त राशन दिया गया था। इस बार मई और जून में देश के 80 करोड़ से ज्यादा साथियों को राशन मिले, इसका प्रबंध किया गया है।
- बचाव का एक बहुत बड़ा माध्यम है, कोरोना का टीका। केंद्र सरकार और सारी राज्य सरकारें मिलकर ये निरंतर प्रयास कर रही हैं कि ज्यादा से ज्यादा देशवासियों को तेज़ी से टीका लग पाए। देशभर में अभी तक करीब 18 करोड़ वैक्सीन डोज दी जा चुकी है।
- देशभर के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त टीकाकरण किया जा रहा है। इसलिए जब भी आपकी बारी आए तो टीका ज़रूर लगाएं। ये टीका हमें कोरोना के विरुद्ध सुरक्षा कवच देगा, गंभीर बीमारी की आशंका को कम करेगा। मास्क और दो गज की दूरी के मंत्र को हमें छोड़ना नहीं है।
- देश का प्रधानसेवक होने के नाते आपकी हर भावना का मैं सहभागी हूं। कोरोना की सेकंड वेव से मुकाबले में संसाधनों से जुड़े जो भी गतिरोध थे वो तेजी से दूर किये जा रहे हैं, युद्ध स्तर पर काम करने का प्रयास हो रहा है।
- आज के इस कार्यक्रम में मैं देश के सभी किसानों को, गांव में रहने वाले सभी लोगों को कोरोना से फिर सतर्क करना चाहता हूं। ये संक्रमण गांवों में भी तेजी से पहुंच रहा है, देश की है सरकार इससे निपटने के लिये हर संभव प्रयास कर रही है।