New Delhi (Political Desk): ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) भले ही भाजपा में आ गए हैं। लेकिन मौजूदा हालातों को देखते हुए लगता है कि, भाजपा उनके आने से ज्यादा खुश नहीं है खासतौर से पीएम मोदी (PM Modi) और अमित शाह (Amit Shah)। दोनोंं का रवैया सिंधिया को लेकर फिलहाल काफी उदासीन दिख रहा है। अभी तक पीएम मोदी और अमित शाह की तरफ से ना ही कोई ट्वीट (tweet) आया है और ना ही बयान। गौरतलब है कि दोनों ही सोशल मीडिया (social media) पर काफी एक्टिव रहतेे हैं। तकरीबन हर छोटी बड़ी बात सोशल मीडिया पर हर छोटी बड़ी बात समर्थकों से साझा करते रहते हैं। ऐसे में ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर दोनोंं की बेरुखी कई बड़े सवाल खड़े करती है।
कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि, सिंधिया को भाजपा की सदस्यता दिलाने से भाजपा को ज्यादा फायदा नहीं होने वाला। यह सब सिर्फ कांग्रेस (congress) को नीचा दिखाने के लिए किया गया है। नहीं तो अभी तक पीएम मोदी या अमित शाह की ओर से सिंधिया के लिए वेलकम ट्वीट या फिर स्वागत बयान आ चुका होता।
सवाल यह भी है कि क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया को वो रसूख और सियासी कद मिल पाएगा, जिसकी तलाश में उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ा। या फिर भाजपा उनका इस्तेमाल सियासी मौर्य के तौर पर करेगी। भाजपा आलाकमान के मौजूदा रुख से यही लगता है कि सिंधिया फिलहाल भाजपा के लिए सियासी मोहरा है। जिसका इस्तेमाल कर भाजपा कांग्रेस को खींझा रही है। वरना अभी तक पीएम मोदी और अमित शाह ज्योतिरादित्य से यूं परहेज बरतते नजर नहीं आते।