न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने वर्चुअल बैठक राज्यों और जिलों के क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ कोविड-19 महामारी से निपटने के उनके अनुभव के बारे में बातचीत की। इस कार्यक्रम में कर्नाटक, बिहार, असम, चंडीगढ़, तमिलनाडु, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, गोवा, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेटों और अन्य जिला प्रशासकों (District administrators) से कोरोना के मुद्दे पर रायशुमारी करते हुए उनकी चुनौतियों और निजी अनुभवों को जाना। कोरोना संकट से निपटने में उन्हें किन चीज़ों की आवश्यकता है, इसे लेकर उन्होनें पूरी तरह आधारिक सहयोग देने का भी आश्वासन दिया।
PM Modi ने वर्चुअल बैठक के दौरान कहीं ये अहम बातें
- हमारे देश में जितने जिले हैं, उतनी ही अलग-अलग चुनौतियाँ हैं। एक तरह से हर जिले के अपने अलग challenges हैं। आप अपने जिले के challenges को बहुत बेहतर तरीके से समझते हैं। इसलिए जब आपका जिला जीतता है, तो देश जीतता है। जब आपका जिला कोरोना को हराता है, तो देश कोरोना को हराता है।
- कोरोना के खिलाफ इस युद्ध में आप सब लोग एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका में है। आप एक तरह से इस युद्ध के field commander हैं।
- इस वायरस के खिलाफ हमारे हथियार क्या हैं? हमारे हथियार हैं- Local containment zones, aggressive testing और लोगों तक सही और पूरी जानकारी।
- इस समय, कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के आंकड़े कम हो रहे हैं, कई राज्यों में बढ़ रहे हैं। कम होते आंकड़ों के बीच हमें ज्यादा सतर्क रहने की ज़रूरत है। बीते एक साल में करीब-करीब हर मीटिंग में मेरा यही आग्रह रहा है कि हमारी लड़ाई एक एक जीवन बचाने की है।
- हमारी जिम्मेदारी संक्रमण को रोकने से फैलने की भी है। ये तभी संभव है जब हमें संक्रमण के स्केल की सही जानकारी होगी। Testing, Tracking, Treatment और Covid appropriate behavior, इस पर लगातार बल देते रहना जरूरी है। कोरोना की इस दूसरी वेव में, अभी ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में हमें बहुत ध्यान देना है”
- कोविड के अलावा आपको अपने जिले के हर एक नागरिक की ‘Ease of Living’ का भी ध्यान रखना है। हमें संक्रमण को भी रोकना है और दैनिक जीवन से जुड़ी ज़रूरी सप्लाई को भी बेरोकटोक चलाना है।
- कोविड के अलावा आपको अपने जिले के हर एक नागरिक की ‘Ease of Living’ का भी ध्यान रखना है। हमें संक्रमण को भी रोकना है और दैनिक जीवन से जुड़ी ज़रूरी सप्लाई को भी बेरोकटोक चलाना है।
- पीएम केयर्स के माध्यम से देश के हर जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट्स (Oxygen plants) लगाने पर तेज़ी से काम किया जा रहा है। कई अस्पतालों में ये प्लांट काम करना शुरु भी कर चुके हैं। जिन जिलों को ये प्लांट आवंटित होने वाले हैं, वहां जरूरी तैयारी पहले से पूरी हों, ताकि ये प्लांट जल्द लग सके।
- टीकाकरण कोविड से लड़ाई का एक सशक्त माध्यम है, इसलिए इससे जुड़े हर भ्रम को हमें मिलकर करना है। कोरोना के टीके की सप्लाई को बहुत बड़े स्तर पर बढ़ाने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। वैक्सीनेशन को लेकर व्यवस्थाओं और प्रक्रियाओं को हेल्थ मिनिस्ट्री लगातार स्ट्रीमलाइन कर रही है।
- हॉस्पिटल में कितने बेड उपलब्ध हैं, कहां उपलब्ध हैं? ये जानकारी आसानी से उपलब्ध होने पर लोगों की सहूलियत बढ़ती है। इसी तरह काला बाजारी पर लगाम हो, ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई हो।
- कालाबाजारी पर लगाम होनी चाहिए, ऐसा करने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। फ्रंट लाइन वर्कर्स का moral हाई रखकर उन्हें mobilize करना, आपके ये प्रयास पूरे जिले को मजबूती देते हैं।
- कोरोना की इस दूसरी वेव में अभी ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में हमें बहुत ध्यान देना है। इसमें फील्ड में बिताया आपका अनुभव और आपकी कुशलता बहुत काम आने वाली है। हमें गांव-गांव में जागरूता भी बढ़ानी और उन्हें बेहतर इलाज की सुविधाओं से भी जोड़ना है।
- India Fights Corona टीकाकरण कोविड से लड़ाई का एक सशक्त माध्यम है, इसलिए इससे जुड़े हर भ्रम को हमें मिलकर दूर करना है। कोरोना के टीके की सप्लाई को बहुत बड़े स्तर पर बढ़ाने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
- जिलों में मेडिकल के साथ ही हर चीज की सप्लाई पर्याप्त हो, ये सुनिश्चित करना भी जरूरी है। आपको अपनी जरूरतों को तेजी से रेखांकित करके, उनका प्रबंध करना है। चुनौती जरूर बड़ी है, लेकिन हमारा हौसला उससे भी बड़ा है।