न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने बीते गुरुवार (8 जुलाई 2021) को विस्तारित मंत्रिपरिषद की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए नये मंत्रियों से अपने पूर्ववर्तियों से मिलने और उनके अनुभव का लाभ उठाने को कहा। प्रधान मंत्री ने कथित तौर पर मंत्रियों से समय के पाबंद रहने और आम जनता के लिए अथक प्रयास करने के लिए भी कहा।
सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी ने नए मंत्रियों से कहा कि वे उन मंत्रियों के तर्जुबों का इस्तेमाल करें, जिनके पास उनसे पहले मंत्रालय का कार्यभार हुआ करता था। खास तौर पर जो अब परिषद का हिस्सा नहीं हैं, पीएम ने उन मंत्रियों की उनके मंत्रालयों में काम करने की प्रशंसा की और नए मंत्रियों को उनसे मुलाकात कर रायशुमारी करने की नसीहत दी। जिससे कि नये कैबिनेट मंत्री अपने-अपने मंत्रालयों का कामकाज़ तेजी से संभाल सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ये सलाह ऐसे वक़्त में सामने आयी है, जब कांग्रेस पूर्व स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन पर कोरोनाकाल में नाकामी का आरोप लगा रही है। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि पूरे देश में कोरोना का प्रकोप बढ़ने के पीछे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन का लचर रवैया (Poor Attitude) रहा। कांग्रेस ने उन्हें पूरी तरह से नाकाम और हारा हुआ मंत्री बताया था।
मंत्रिपरिषद की बैठक दो घंटे से ज़्यादा चली क्योंकि बुधवार को कैबिनेट के विस्तार और फेरबदल के बाद इस तरह की पहली बैठक में नये शामिल किये गये मंत्रियों ने हिस्सा लिया था। इस दौरान पीएम मोदी ने कैबिनेट मंत्रियों से लोगों की भलाई के लिये कड़ी मेहनत करने और योजनाओं का प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन सुनिश्चित करने को कहा।
इस बीच एक कैबिनेट मंत्री ने कहा कि- पीएम इतने लंबे समय से अनुशासित जीवन (Disciplined Life) जी रहे है। उनका हर शब्द अनुभव से आया है। उन्होंने हमें पारदर्शिता और लोगों के प्रति प्रतिबद्धता के साथ कड़ी मेहनत करने को कहा।