बड़बोले लोग बयानबाज़ी से बाज़ आये राम मंदिर मसला न्यायिक प्रक्रिया से गुजर रहा है न्याय व्यवस्था का सम्मान करे- पीएम मोदी
महाराष्ट्र की सियासी दहलीज़ पर विधानसभा चुनाव दस्तक दे रहे है। विधानसभा चुनावों के प्रचार अभियान में जान फूंकने के लिए आज पीएम मोदी ने नासिक से हुंकार भरी। पिछले बारह दिनों में ये दूसरा मौका था, जब उन्होनें महाराष्ट्र का रूख़ किया। उनकी इस विशाल जनसभा के साथ ही महाराष्ट्र भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान की औपचारिक शुरूआत भी हो गयी और महाजनादेश यात्रा का समापन भी।
नासिक में कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी द्वारा कहीं गयी, कुछ बड़ी बातें
- नासिक के साथ प्रभु रामचंद्र का नाम भी जुड़ा हुआ है। मैं देख रहा हूं कि राम मंदिर को लेकर पिछले दो-तीन सप्ताह से कुछ बयान बहादुर, कुछ बड़बोले लोग अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। देश के सभी नागरिकों का सुप्रीम कोर्ट के प्रति सम्मान बहुत आवश्यक है। वह भी तब, जब कोई मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा हो, सभी अपनी बात रख रहे हों और सुप्रीम कोर्ट सभी की बातें सुन रहा हो। मैं हैरान हूं कि बयान बहादुर कहां से टपक गए हैं।
- हमारा वीरता और राष्ट्रभक्ति का भी स्वर्णिम इतिहास रहा है। छत्रपति शिवाजी महाराज ने स्वराज्य का संकल्प लेकर, मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सब कुछ न्योछावर करने का आदर्श हमारे सामने रखा था। महाराष्ट्र की इस धरती ने स्वातंत्र्यवीर सावरकर जैसे महान सपूत को जन्म दिया है। स्वतंत्रता के लिए हर यातना को मुस्कराहट के साथ सहने वाले सावरकर ने हमें राष्ट्रवाद के अभूतपूर्व संस्कार दिए हैं।
- जम्मू कश्मीर में भारत के संविधान को समग्रता से लागू करना सिर्फ एक सरकार का फैसला नहीं है, ये 130 करोड़ भारतीयों की इच्छा का, भावना का प्रकटीकरण है। ये फैसला जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लाखों लोगों को हिंसा के, आतंक के, अलगाव के, भ्रष्टाचार के, कुचक्र से निकालने के लिए है। ये फैसला भारत की एकता और अखंडता के लिए तो था ही, जम्मू कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं, उनके सपनों की पूर्ति का भी माध्यम बनने वाला है।
- दुर्भाग्य से कांग्रेस के, NCP के वरिष्ठ नेताओं को जिस तरह का बर्ताव और सहयोग करना चाहिए था, वैसा दिख नहीं रहा। कांग्रेस की कन्फ्यूजन तो मुझे समझ आती है, लेकिन शरद पवार जैसा अनुभवी नेता जब कुछ वोट के लिए गलत-बयानी करने लगे, तब दुख होता है। शरद पवार जी को पड़ोसी देश अच्छा लगता है, वो उनकी मर्जी है। वहां के शासक-प्रशासक उनको कल्याणकारी लगते हैं, ये भी उनका अपना आकलन है।
- नई सरकार को बने 100दिन पूरे हो चुके हैं और इस कार्यकाल का पहला शतक आपके सामने है, देश के सामने है। इस पहले शतक में, धार भी है, रफ्तार भी है और आने वाले 5 वर्षों की साफ-सुथरी तस्वीर भी है। पहले शतक में, देश, समाज और दुनिया में नए भारत के नए दृष्टिकोण की झलक है, कठिन चुनौतियों से टक्कर की ललक है।
- कुछ दिन पहले औरंगाबाद में ही देश का 8 करोड़वां उज्जवला गैस कनेक्शन दिया गया है। साल 2022 तक भारत को सिंगल यूज़ प्लास्टिक से मुक्त करने का अभियान भी तेज़ी से चल रहा है। अक्टूबर 02 तक, जब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंति देश मना रहा है, तब तक बड़ी मात्रा में प्लास्टिक से जुड़े कचरे से हमें देश को निजात दिलानी है।
- मेक इन इंडिया के अभियान को भी नाशिक और महाराष्ट्र में गति मिल रही है। आने वाले समय में नाशिक भारत की सुरक्षा के साजो सामान का निर्माण करने वाला अहम सेंटर बनने वाला है। यहां डिफेंस इनोवेशन हब बने इसपर काम चल रहा है।