न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने आज (13 अक्टूबर 2021) आईटीपीओ के मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी और नये प्रदर्शनी परिसरों के लिए पीएम गतिशक्ति-राष्ट्रीय मास्टर प्लान (National Master Plan) का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने पीएम गतिशक्ति के उद्घाटन से पहले प्रगति मैदान में नये प्रदर्शनी परिसर (New Exhibition Complex) के मॉडल की भी समीक्षा की।
गति शक्ति-राष्ट्रीय मास्टर प्लान के उद्धाटन के मौके पर PM Modi ने कहीं ये अहम बातें:
- आज दुर्गाष्टमी है, पूरे देश में आज शक्ति स्वरूपा का पूजन हो रहा है। शक्ति की उपासना के इस पुण्य अवसर पर देश की प्रगति की गति को भी शक्ति देने का शुभ कार्य हो रहा है.
- राष्ट्रीय मास्टर प्लान 21वीं सदी के भारत को मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी (Multimodal Connectivity) और अगली पीढ़ी के बुनियादी ढांचे के साथ गतिशक्ति प्रदान करेगा।
- आज अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी-सह-कन्वेंशन सेंटर (International Exhibition-cum-Convention Center) में 4 प्रदर्शनी हॉल का भी उद्घाटन किया गया है। ये प्रदर्शनी केंद्र हमारे एमएसएमई और उद्योगों को अपने उत्पादों को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करेंगे।
- आज 21वीं सदी का भारत, सरकारी व्यवस्थाओं की उस पुरानी सोच को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा है। आज का मंत्र है, Will for progress, work for progress, wealth for progress, plan for progress, preference for progress.
- हमारे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का विषय ज्यादातर राजनीतिक दलों की प्राथमिकता से दूर रहा है। ये उनके घोषणा पत्र में भी नजर नहीं आता है। अब तो ये स्थिति आ गई है कि कुछ राजनीतिक दल, देश के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर आलोचना करने में गर्व करते हैं।
- जबकि दुनिया में ये स्वीकृत बात है कि Sustainable Development के लिए Quality इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण एक ऐसा रास्ता है, जो अनेक आर्थिक गतिविधियों को जन्म देता है, बहुत बड़े पैमाने पर रोजगार का निर्माण करता है।
- पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान सरकारी प्रक्रियाओं और अन्य हितधारकों को एक साथ लाता है और परिवहन मोड को भी जोड़ता है। यह समग्र शासन का विस्तार है।
- पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान देश की पॉलिसी मेकिंग से जुड़े सभी स्टेकहोल्डर्स को, इन्वेस्टर्स को एक analytical और डिसीजन मेकिंग टूल (Decision Making Tool) भी देगा। इससे सरकारों को प्रभावी प्लानिंग और पॉलिसी बनाने में मदद मिलेगी।
- भारत के विकास के लिए जरूरी है कि ढांचागत विकास से जुड़े सभी विभाग एक साथ आएं और एक दूसरे की सामूहिक शक्ति का इस्तेमाल करें। इस दृष्टिकोण ने पिछले कुछ वर्षों में भारत को अभूतपूर्व गति प्रदान की है।
- 2014 से पहले के 5 सालों में सिर्फ 3,000 किलोमीटर रेलवे का बिजलीकरण हुआ था। बीते 7 सालों में हमने 24 हजार किलोमीटर से भी अधिक रेलवे ट्रैक का बिजलीकरण किया है।
- 2014 के पहले लगभग 250 किलोमीटर ट्रैक पर ही मेट्रो चल रही थी। आज 700 किलोमीटर तक मेट्रो का विस्तार हो चुका है और 1,000 किलोमीटर नए मेट्रो रूट पर काम चल रहा।
- 2014 के पहले के 5 सालों में सिर्फ 60 पंचायतों को ही ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जा सका था। बीते 7 वर्षों में हमने 1.5 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से कनेक्ट कर दिया है।
- भारत को अंतर्देशीय जलमार्ग और समुद्री विमानों के क्षेत्र में भी नया बुनियादी ढांचा मिला है। 2014 तक भारत में सिर्फ 5 जलमार्ग थे।आज, भारत में 13 ऑप्रेशनल जलमार्ग हैं।
- विमानन क्षेत्र में modern eco system develop करने के लिए तेजी से काम चल रहा है। हवाई संपर्क में सुधार के लिए, हमने न केवल नए हवाई अड्डे बनाए हैं, बल्कि हवाई क्षेत्र को भी खोल दिया है।
- अगले कुछ सालों में 200 से ज्यादा एयरपोर्ट, हेलीपैड और water aerodromes तैयार हो जाएंगे। करीब 19,000 किलोमीटर लंबी गैस पाइपलाइन नेटवर्क लगभग दोगुना हो जाएगा।
- एक समय था जब भारत में केवल 5 मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर थे।आज, हमारे पास 15 मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर हैं जो तैयार हैं और हमारा लक्ष्य भविष्य में संख्या को दोगुना करना है।