न्यूज़ डेस्क (यामिनी गजपति): डिजिटल माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (UN- ECOSOC) के सत्र को संबोधित किया। इस सत्र के दौरान उनके साथ नार्वे की पीएम एर्ना सोलबर्ग (Norway PM Erna Solberg) तथा संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस (UN Secretary General Antonio Gutarais) भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। भारत द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य (Temporary member of the UN Security Council) का चुनाव जीतने के बाद ये पहला मौका होगा, जब पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र में संबोधन जारी कर रहे है।
इस दौरान सत्र का मुख्य विषय कोविड-19 के बाद बहुपक्षीयता (Multilateralism after Covid-19) रहा। इसके अलावा कार्यक्रम में निजी क्षेत्र, नागरिक संस्थानों और शिक्षाविदों और अलग-अलग समूहों के लोग भी शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान लोगों ने संयुक्त राष्ट्र की 75 वीं वर्षगांठ पर भावी यूएन के निर्माण ढ़ांचे पर चर्चा की। प्रभावी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और व्यापक सहभागिता (Wide participation) के बीच सम्पन्न हुए इस सत्र में वैश्विक एजेंडे को सशक्त ढंग से आगे बढ़ाने पर भी विमर्श किया गया।