न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) कारगिल में तैनात भारतीय सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिये आज (24 अक्टूबर 2022) सुबह कारगिल (Kargil) पहुंचे। जवानों को अपना परिवार बताते हुए पीएम मोदी ने जंग को अपनी सरकार के लिये अंतिम विकल्प माने जाने की बात कही।
प्रधान मंत्री ने दिवाली (Diwali) पर सैनिकों को कड़ा संदेश दिया और कहा कि जो कोई भी भारत पर बुरी नजर रखता है, उसे जंग में अपनी जटिल योजनाबद्ध रणनीतियों के जरिये भारतीय सशस्त्र बलों से मुंहतोड़ जवाब देने के लिये तैयार रहना चाहिये।
कारगिल में भारतीय सेना (Indian Army) को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, “हमने युद्ध को पहले विकल्प के तौर पर कभी नहीं देखा … हम जंग के खिलाफ हैं लेकिन ताकत के बिना शांति नहीं हो सकती। अगर कोई हमें बुरी नजर से देखने की हिम्मत करेगा तो हमारे सशस्त्र बल उसका करारा जवाब देंगे।
साल 2014 में जब से देश में मोदी सरकार बनी है, तब से प्रधानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी अपनी सारी दिवाली सैन्य प्रतिष्ठानों (Military Installations) में मनायी हैं।
सेना के शिविरों में अपने पिछले दौरों को याद करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि, “मैंने कारगिल युद्ध को काफी करीब से देखा है। ये मेरा कर्तव्य था जो मुझे उस समय कारगिल वापस ले आया था। उस समय की कई यादें हैं जब चारों तरफ जीत की आवाज गूंज रही थी।
उन्होंने कहा कि पिछले आठ सालों में सरकार ने नई प्रौद्योगिकियों को तैनात करके, सीमावर्ती इलाकों में बुनियादी ढांचे के विकास और बलों में महिलाओं के लिये पदों को खोलकर सशस्त्र बलों में सुधारों को लागू करने पर काम किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि, “सशस्त्र बलों में महिलाओं के शामिल होने से हमारी ताकत बढ़ेगी। सशस्त्र बलों में दशकों से जरूरी सुधारों को अब लागू किया जा रहा है। जब सीमायें सुरक्षित हों और अर्थव्यवस्था मजबूत हो तो देश को सुरक्षित माना जाता है।
आत्मनिर्भर भारत की उन्नति पर रौशनी डालते हुए, पीएम मोदी ने ये भी कहा कि तीन सशस्त्र बलों – सेना, नौसेना और वायु सेना ने पिछले एक साल में आयातित उपकरणों पर अपनी निर्भरता काफी कम कर दी है।