न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रविवार को संक्रमण और मौतों में “वृद्धि की खतरनाक दर” के बीच देश में COVID-19 की स्थिति और टीकाकरण की समीक्षा के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें 10 राज्यों ने 91 प्रतिशत से अधिक योगदान दिया।
मोदी ने कहा कि परीक्षण (testing), अनुरेखण (tracing), उपचार (treatment), COVID-19 उचित व्यवहार और टीकाकरण की पांच स्तरीय रणनीति अगर पूरी गंभीरता और प्रतिबद्धता के साथ लागू की जाती है, तो एक आधिकारिक बयान के अनुसार, महामारी के प्रसार को रोकने में प्रभावी होगी।
पीएम मोदी ने निर्देश दिया कि सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों और चिकित्सकों से युक्त केंद्रीय टीमों को उच्च केसलोवड और मौतों के मद्देनजर महाराष्ट्र भेजा जाए, और इसी तरह मौतों की संख्या के अनुपात के मद्देनजर केंद्रीय टीमों को पंजाब और छत्तीसगढ़ में भी भेजा जायेगा।
वर्तमान में, महाराष्ट्र में पिछले 14 दिनों में देश में कुल मामलों के 57% मामले देखे गये है। महाराष्ट्र में, प्रति दिन नए मामलों की कुल संख्या 47,913 को छू रही है जो पहले की तुलना में दोगुना है। वहीँ पंजाब ने इस अवधि में देश में कुल मामलों में 4.5 प्रतिशत का योगदान दिया है, लेकिन कुल मौतों का 16.3 प्रतिशत है।
पीएम मोदी ने कहा कि स्थायी COVID-19 प्रबंधन के लिए, समुदाय की जागरूकता और इसकी भागीदारी सर्वोपरि है साथ ही ‘जन भागदारी’ और ‘जन आंदोलन’ जारी रखने की भी आवश्यकता है।
बयान में कहा गया है कि 100 प्रतिशत मास्क का उपयोग, व्यक्तिगत स्वच्छता और सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता, कार्यस्थलों और स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर देने के साथ COVID-19 उचित व्यवहार के लिए एक विशेष अभियान 6-14 अप्रैल के बीच आयोजित किया जाएगा।
बैठक में प्रधान मंत्री, कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, चेयरपर्सन (टीका प्रशासन पर अधिकार प्राप्त समूह) और स्वास्थ्य सचिव के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।