एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): PM Modi US Visit: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी बैठक के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (US Vice President Kamala Harris) ने आंतकवाद पर स्वत: संज्ञान लेते हुए पाकिस्तान का जिक्र किया। साथ ही आतंकवादी गुटों को मिलने वाले इस्लामाबाद के समर्थन पर लगाम लगाने और बारीकी से निगरानी करने की जरूरतों पर सहमति व्यक्त की।
हैरिस ने पाकिस्तान में आतंकी समूहों की मौजूदगी को स्वीकार किया। इस मामले पर श्रृंगला ने कहा कि ये पूछे जाने पर कि क्या तालिबान को पाकिस्तानी सरपरस्ती मिलने के मुद्दे पर पीएम मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने चर्चा की? इस पर विदेश सचिव श्रृंगला (Foreign Secretary Shringla) ने कहा कि- बातचीत के दौरान जब आतंकवाद का मुद्दा आया था तो उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने में पाकिस्तान की भूमिका का जिक्र किया किया। उन्होंने कहा कि वहां आतंकवादी समूह काम कर रहे है। उन्होंने पाकिस्तान से कार्रवाई करने के लिए कहा ताकि ये आंतकी गुट (Terrorist Group) अमेरिका और भारत की सुरक्षा पर प्रभाव न डालें।
श्रृंगला ने कहा कि हैरिस सीमा पार आतंकवाद के मसले और इस तथ्य पर कि भारत कई दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है सहमत दिखी। वो सीमा पार आतंकवाद के तथ्य पर प्रधान मंत्री की ब्रीफिंग और इस तथ्य से सहमत हैं कि भारत कई दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है और ऐसे आतंकवादी समूहों के लिये पाकिस्तान के समर्थन पर लगाम लगाने और बारीकी से निगरानी करने की जरूरत है।
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन (US Secretary of State Antony Blinken) ने पाकिस्तान पर तालिबान को खुले तौर पर और गुपचुप तरीके से समर्थन देने का आरोप लगाया था। उन्होनें कहा था कि पाकिस्तान ने आतंकवादियों समेत तालिबानियों को पनाह देने का काम किया है।
तीन दिवसीय दौरे पर अमेरिका आये पीएम मोदी ने हैरिस से मुलाकात की। श्रृंगला ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच एक घंटे से ज़्यादा समय तक चली चर्चा पर्याप्त थी। बैठक के दौरान दोनों के बीच गर्मजोशी और सौहार्द देखा गया। चर्चा में कई मुद्दों को शामिल किया गया जिसमें COVID-19, जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद का मुद्दा, साइबर सुरक्षा, अंतरिक्ष आदि में सहयोग समेत प्रौद्योगिकी क्षेत्र (Technology Sector) में सहयोग भी खासतौर से शामिल था।