न्यूज डेस्क (देवव्रत उपाध्याय): प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने आज (1 अक्टूबर 2022) आधिकारिक तौर पर भारत की लंबे समय से प्रतीक्षित 5G सेवाओं को शुरू किया, ये शुभारम्भ छठे सलाना भारतीय मोबाइल कांग्रेस (IMC- Indian Mobile Congress) के दौरान हुआ। माना जा रहा है कि साल 2035 तक 5G के असर की कुल लागत 450 अरब डॉलर तक पहुंच जायेगी। चीन (China) के बाद दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार (Smartphone Market) भारत के लिये ये तकनीकी काफी क्रांतिकारी होगी। 5G के जरिये मिलने वाली रफ्तार 4G के मुकाबले कई गुना तेज होगी। ये एक साथ जुड़े अरबों इक्विपमेंट के लिये तुरंत डेटा का आदान-प्रदान करना भी मुमकिन बनायेगा।
ये उम्मीद की जाती है कि तेज इंटरनेट की बढ़ी हुई पहुंच छोटे और मध्यम दर्जें के कारोबारों के नए विचारों को प्रोत्साहित करेगा, जिससे ‘डिजिटल इंडिया’ लक्ष्य को साकार करने में खासा मदद मिलेगी। ई-स्वास्थ्य, मोबाइल क्लाउड गेमिंग, लिंक्ड व्हीकल, इमर्सिव ऑगमेंटेड रियलिटी और मेटावर्स एक्सपीरियंस (Metaverse Experience) सॉल्यूशंस 5G के जरिये ही मुमकिन है। बता दे कि रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनी और वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) सभी ने 5जी नीलामी में कुल 1.5 लाख करोड़ रूपये की बोली लगायी थी।
इसके अलावा ये इंटरनेट ऑफ थिंग्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artifical Intelligence), मशीन-टू-मशीन कम्युनिकेशन, एज कंप्यूटिंग और रोबोटिक्स (Robotics) को मुमकिन बनायेगा। 5G तकनीक को आगे बढ़ाने के लिये DoT ने IIT, IISc बेंगलुरू और SAMEER के साथ मिलकर एक टेस्टबेड तैयार किया है।
5G सेवाओं के अनावरण के मौके पर PM Modi ने कहीं ये अहम बातें
- आज देश की ओर से, देश की टेलीकॉम इंडस्ट्री की ओर से, 130 करोड़ भारतवासियों को 5G के तौर पर एक शानदार उपहार मिल रहा है। 5G, देश के द्वार पर नए दौर की दस्तक है। 5G, अवसरों के अनंत आकाश की शुरुआत है। मैं प्रत्येक भारतवासी को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
- नया भारत, टेक्नॉलजी का सिर्फ़ consumer बनकर नहीं रहेगा बल्कि भारत उस टेक्नॉलजी के विकास में, उसके implementation में active भूमिका निभायेगा। भविष्य की wireless टेक्नॉलजी को design करने में, उस से जुड़ी manufacturing में भारत की बड़ी भूमिका होगी।
- 2G, 3G, 4G के समय भारत टेक्नॉलजी के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहा। लेकिन 5G के साथ भारत ने नया इतिहास रच दिया है। 5G के साथ भारत पहली बार टेलीकॉम टेक्नॉलजी में global standard तय कर रहा है।
- Digital India की बात करते हैं तो कुछ लोग समझते हैं ये सिर्फ एक सरकारी योजना है। लेकिन Digital India सिर्फ एक नाम नहीं है, ये देश के विकास का बहुत बड़ा vision है। इस vison का लक्ष्य है उस technology को आम लोगों तक पहुंचाना जो लोगों के लिए काम करे, लोगों के साथ जुड़कर काम करे।
- हमने 4 Pillars पर, चार दिशाओं में एक साथ फोकस किया। पहला, डिवाइस की कीमत दूसरा, डिजिटल कनेक्टिविटी तीसरा, डेटा की कीमत चौथा, और सबसे जरूरी, ‘digital first’ की सोच।
- 2014 में जीरो मोबाइल फोन निर्यात करने से लेकर आज हम हजारों करोड़ के मोबाइल फोन निर्यात करने वाले देश बन चुके हैं। स्वाभाविक है इन सारे प्रयासों का प्रभाव डिवाइस की कीमत पर पड़ा है। अब कम कीमत पर हमें ज्यादा फीचर्स भी मिलने लगे हैं।
- जैसे सरकार ने घर-घर बिजली पहुंचाने की मुहिम शुरू की। जैसे हर घर जल अभियान के जरिए हर किसी तक साफ पानी पहुंचाने के मिशन पर काम किया। जैसे उज्जवला योजना के जरिए गरीब से गरीब आदमी के घर में भी गैस सिलेंडर पहुंचाया। वैसे ही हमारी सरकार Internet for all के लक्ष्य पर काम कर रही है।
- एक वक्त था जब इलीट क्लास के कुछ मुट्ठी भर लोग गरीब लोगों की क्षमता पर संदेह करते थे। उन्हें शक था कि गरीब लोग डिजिटल का मतलब भी नहीं समझ पाएंगे। लेकिन मुझे देश के सामान्य मानवी की समझ पर, उसके विवेक पर, उसके जिज्ञासु मन पर हमेशा भरोसा रहा है।
- सरकार ने खुद आगे बढ़कर digital payments का रास्ता आसान बनाया। सरकार ने खुद ऐप के जरिए citizen-centric delivery service को बढ़ावा दिया। बात चाहे किसानों की हो, या छोटे दुकानदारों की, हमने उन्हें ऐप के जरिए रोज की जरूरतें पूरी करने का रास्ता दिया।
- आज हमारे छोटे व्यापारी हों, छोटे उद्यमी हों, लोकल कलाकार और कारीगर हों, डिजिटल इंडिया ने सबको मंच दिया है, बाजार दिया है। आज आप किसी लोकल मार्केट में या सब्जी मंडी में जाकर देखिए, रेहड़ी-पटरी वाला छोटा दुकानदार भी आपसे कहेगा, कैश नहीं ‘UPI’ कर दीजिए। बात चाहे किसानों की हो, या छोटे दुकानदारों की, हमने उन्हें ऐप के जरिए रोज की जरूरतें पूरी करने का रास्ता दिया। हमारे देश की जो ताकत है, इस ताकत को हम नजरअंदाज नहीं कर सकते।
- आज आप किसी लोकल मार्केट में या सब्जी मंडी में जाकर देखिए। रेहड़ी-पटरी वाला छोटा दुकानदार भी आपसे कहेगा, कैश नहीं ‘UPI’कर दीजिए। ये बदलाव बताता है कि जब सुविधा सुलभ होती है तो सोच किस तरह सशक्त हो जाती है।
- हमारी सरकार के प्रयासों से भारत में डेटा की कीमत बहुत कम बनी हुई है। ये बात अलग है कि हमने इसका हल्ला नहीं मचाया, बड़े-बड़े विज्ञापन नहीं दिए। हमने फोकस किया कि कैसे देश के लोगों की सहूलियत बढ़े, Ease of Living बढ़े।