न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) इस हफ़्ते के आखिर में गुजरात के लिये रवाना होंगे और सौराष्ट्र (Saurashtra) से सूरत (Surat) तक राज्य में कम से कम आठ कार्यक्रमों में वो हिस्सा ले सकते है। पीएम मोदी के दौरे का मुख्य आकर्षण 20 नवंबर को मशहूर सोमनाथ मंदिर का उनका दौरा है। प्रधानमंत्री सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट (Somnath Temple Trust) के अध्यक्ष भी हैं।
19 नवंबर की शाम गुजरात में उतरने के बाद प्रधानमंत्री वलसाड (Valsad) में एक रैली को संबोधित करेंगे। 20 नवंबर को सोमनाथ मंदिर जाने के बाद उनका सौराष्ट्र क्षेत्र में चार चुनावी रैलियों को संबोधित करने का कार्यक्रम है। वेरावल, धोरारजी, अमरेली और बोटाद (Amreli and Botad) में होने वाली इन रैलियों को अंतिम रूप दे दिया गया है।
बता दे कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा सौराष्ट्र के इन विधानसभा क्षेत्रों में एक भी सीट नहीं जीत पायी थी। बीजेपी ने राज्य के चुनाव जीते लेकिन इस गढ़ को तोड़ने में नाकाम रही थी, जिसने पारंपरिक रूप से कांग्रेस को वोट दिया है। तीसरे दिन पीएम मोदी सुरेंद्रनगर, भरूच और नवसारी (Bharuch and Navsari) में तीन रैलियां करेंगे।
जहां भरूच अतीत में कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता अहमद पटेल (Ahmed Patel) का निर्वाचन क्षेत्र था, वहीं नवसारी से आने वाले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल (CR Patil) इस लोकसभा सीट से भारी अंतर से जीतते रहे हैं। संयोग से कांग्रेस के लोकसभा सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के भी 21 नवंबर को नवसारी जाने की उम्मीद है, उसी दिन जिस दिन पीएम मोदी के भी नवसारी में होने की उम्मीद है।
गुजरात से ताल्लुक रखने वाले पीएम मोदी के अपने प्रवास के दौरान पश्चिमी राज्य में पार्टी को और मजबूत करने के लिये राज्य के नेताओं के साथ बंद कमरे में बैठक भी कर सकते है। गुजरात में भाजपा पार्टी पिछले 27 वर्षों से सत्ता में है और नरेंद्र मोदी राज्य के सबसे लंबे समय तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं। इस बार नरेंद्र मोदी, अमित शाह (Amit Shah) और सीआर पाटिल की अगुवाई में भाजपा 140 से ज्यादा सीटें लाने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
राज्य में लंबे समय से भाजपा का गढ़ रहा है और पार्टी को वापस आने और सातवें कार्यकाल के लिये सरकार बनाने का भरोसा है। गुजरात में 182 विधानसभा क्षेत्र हैं, वहां 1 और 5 दिसंबर को दो चरणों में मतदान होगा। वोटों की गिनती 8 दिसंबर को होगी, जो हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की मतगणना तारीख के साथ मेल खाती है।