नई दिल्ली (ब्यूरो): लॉक डाउन लागू होने के बाद पीएम मोदी मुल्क की आवाम से आज दूसरी बार मुखातिब हुए। इस दौरान प्रधानमंत्री ने लोगों के संयम, अनुशासन और सेवा-भाव को काफी सराहा। 130 करोड़ भारतीयों की वायरस खिलाफ एकजुटता को मिसाल बताया। जिसे दुनिया भर के कई देश फॉलो कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा- भले ही पूरे देश के करोड़ों नागरिक घरों में बंद हो, तो उन्हें लग सकता है कि वो अकेले क्या कर सकते हैं। कुछ लोग यह भी सोच रहे हैं, इतनी बड़ी लड़ाई वो अकेले कैसे लड़ सकते हैं। जनता जनार्दन को ईश्वर का स्वरूप माना जाता है। जब देश वायरस इनफेक्शन की इतने बड़े मोर्चे पर जंग लड़ रहा हो तो, ऐसे में आवाम़ ताकत ही कारगर ढंग से काम करती है। कोरोना महामारी के अंधियारे के बीच हमें लगातार रोशनी की ओर जाना है।
इसलिए 5 अप्रैल को रात 9:00 बजे 9 मिनट के लिए सभी लोग घरों की लाइट बंद करके दीये, मोमबत्ती, और मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर एकजुटता दिखाएं। इसका उद्देश्य 130 करोड़ देशवासियों की महाशक्ति का जागरण करना है। अंधेरों के बीच एक-एक दीये की रोशनी हमें उस मकसद का एहसास करवाएगी, जिसके लिए हम सब लड़ रहे हैं।
सोशल डिस्टेंसिंग की हिदायत देते हुए पीएम मोदी ने कहा- ये सब करते हुए इस बात का खास ख्याल रखना है कि, इससे गली मोहल्लों में किसी तरह के भीड़ जमा ना हो। सोशल डिस्टेंसिंग का हर हाल में पालन करना है। सोशल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा ही वायरस इन्फेक्शन की श्रृंखला को रोकने का रामबाण इलाज है।
गौरतलब है कि लॉक डाउन लागू होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी की ओर से देश की जनता को दिया ये दूसरा टास्क है। इससे पहले प्रधानमंत्री की ओर से घंटी, थाली और शंख बजाने का आह्वान किया गया था।