न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): बिहार के सारण जिले (Saran District) में जहरीली शराब से मरने वालों की तादाद आज (5 अगस्त 2022) बढ़कर नौ हो गयी और इसी मामले में 17 लोगों की आंखों की रोशनी चली गयी। पीड़ित सारण जिले के मेकर और भेलडी गांवों (Maker and Bheldi Villages) के हैं। ज़्यादातर पीड़ितों को धानुका टोली गांव (Dhanuka Toli Village) से नकली शराब मिली थी। उन्होंने बुधवार की रात अलग-अलग जगहों पर शराब पी थी, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ती चली गयी।
मरने वालों में ओम नाथ महतो (Om Nath Mahato), चंदेश्वर महतो, सकलदीप महतो, धनीराम महतो, राजनाथ महतो और दो अन्य शामिल है। गुरूवार (4 अगस्त 2022) दोपहर से आज सुबह के बीच इन सभी मौत हो गयी। गुरूवार सुबह दो लोगों चंदन कुमार (35) और कमल महतो (60) की मौत हो गयी। सारण के जिलाधिकारी राजेश मीणा (District Magistrate Rajesh Meena) ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि शुरूआती जांच में पता चला है कि उन्होंने नकली शराब का सेवन किया था।
जहरीली शराब की घटना की खबर जैसे ही इलाके में पहुंची तो मेकर भेलडी और अमनौर (Maker Bheldi and Amnaur) के एसएचओ और सर्कल अधिकारी फोरेंसिक विशेषज्ञों के साथ पीड़ितों के घर पहुंचे। उन्होंने नमूने लिये साथ ही मृतक के परिवार के सदस्यों और गंभीर रूप से बीमार लोगों के बयान दर्ज किये।
गंभीर हालत में लोगों को सदर अस्पताल छपरा (Sadar Hospital Chhapra) और पीएमसीएच पटना (PMCH Patna) में भर्ती कराया गया। अधिकारियों के मुताबिक, 17 लोगों की आंखों की रोशनी चली गयी है और वो अस्पतालों में जिंदगी मौत की जंग लड़ रहे हैं। मरने वालों की तादाद और भी बढ़ने की प्रशासनिक आशंका जतायी जा रही है। बता दे कि बिहार ड्राय स्टेट है, जहां अप्रैल 2016 से शराब बेचने-पीने-बनाने और संग्रहित करने पर प्रतिबंध लगा हुआ है।