
असम को देश से काटने का बयान देकर सुर्खियों में आये शरजील इमाम की गिरफ्तारी, बिहार के जहानाबाद से की गयी है। दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस के संयुक्त अभियान की दबिश में इमाम की धरपकड़ हुई है। इससे पहले पुलिस ने शरजील के भाई और दोस्त को गिरफ्त में लेकर गहन पूछताछ की थी। इसी अभियान के तहत पुलिस के संयुक्त दल ने धरपकड़ के लिए दिल्ली, बिहार, असम, अरुणाचल, मणिपुर और उत्तर प्रदेश में तलाशी की थी। देश की संप्रभुता का खंडित करने वाले बयान के लिए शरजील पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है।
फिलहाल जेएनयू छात्र शरजील और उसके भाई मुजम्मिल इमाम से कड़ी पूछताछ की जा रही है। पुलिसिया सूत्रों के मुताबिक शरजील दिल्ली के शाहीनबाग में हो रहे विरोध प्रदर्शनों का मास्टर माइंड है। उसने ही नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लोगों को मोबालाइज़ किया है। देश के पूर्वोत्तर राज्यों का सम्पर्क काटने जैसा भड़काऊ बयान इसी कवायद का हिस्सा है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रान्च शाखा ने आईपीसी की धारा 124 ए, 153 ए और 505 के तहत मुकादमा दर्ज किया है। जिस वक़्त शरजील की गिरफ्तारी हुई, वे अपने पैतृक स्थान काको में था।
शरज़ील को पकड़ने के लिए पुलिस की संयुक्त टीम ने पटना के सब्जीबाग, फुलवारीशरीफ और पटनासिटी में दबिश दी थी। लेकिन पुलिस को यहाँ से खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। शरजील के मोबाइल की आखिरी लोकेशन पटना के आसपास ही देखी गयी थी।
शऱजील के खिल़ाफ उत्तर प्रदेश पुलिस और असम पुलिस ने मामला दर्ज किया है। असम में शरजील पर यूएपीए के तहत आतंकवादरोधी कानून की धारायें लगायी गयी है। साथ ही नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) के खिलाफ लोगों को भड़काने का जिक्र भी आरोप पत्र में शामिल किया गया है।
दूसरी ओर शऱजील इमाम के घरवाले उसे बेकसूर बता रहे है। शऱजील इमाम की माँ के मुताबिक उसके बयानों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। साथ ही परिवार वालों को पुलिस जानबूझकर परेशान कर रही है, न्यायालय और ईश्वर में आस्था कायम होने की बात कही।