न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) में प्राचीन भारतीय इतिहास और पुरातत्व (AIHA) विभाग के स्नातक छात्रों द्वारा बनाए गए एक व्हाट्सएप ग्रुप में पोर्न कॉन्टेंट और भद्दे कमेंट्स की खब़र सामने आयी है। इस संबंध में विश्वविद्यालय के मुख्य प्रॉक्टर ने हसनगंज थाने में शिकायत दर्ज करायी। फिलहाल पुलिस अभी तक इस हरकत के पीछे जिम्मेदार शख़्स के शिनाख़्त नहीं कर पायी है।
पोर्नग्राफिक इमेज और अश्लील मैसेज शनिवार देर रात व्हाट्सएप ग्रुप में पोस्ट किए गए थे। इस व्हाट्सएप ग्रुप को एक छात्रा ने पेपर प्रेजेंटेशन साझा करने के लिए फैकल्टी के निर्देशों पर बनाया था। इस ग्रुप में 170 बीए छात्रों जुड़े थे। छात्रों को जोड़ने के लिये शिक्षकों द्वारा लिंक सर्कुलेट किया गया था। जिसके बाद कुछ छात्रों ने भद्दे मैसेज ग्रुप में पोस्ट कर दिये जिसके बाद उन छात्रों को व्हाट्सएप ग्रुप से बाहर कर दिया गया लेकिन बाद में वो फिर से ग्रुप में शामिल हो गये।
छात्रों के मुताबिक जिस मोबाइल नंबर ग्रुप में ये हरकत की गयी, वो उसी क्लास के छात्र का था, हालांकि पूछताछ के दौरान उस छात्र में इस हरकत में शामिल होने से इंकार किया। व्हाट्सएप ग्रुप बनाने वाली छात्रा ने बताया कि शनिवार (17 जुलाई 2021) रात करीब 11.58 बजे, मेल क्लासमेट (Male Classmate) के नाम और फोन नंबर के साथ ग्रुप में पहली पोर्न इमेज पोस्ट की गई थी। तस्वीर के बाद एक मैसेज आया जिसमें चार छात्राओं को अश्लील मैसेजकर टारगेट किया गया।
छात्रा ने कहा कि वो छात्र कक्षा की छात्राओं और शिक्षकों के लिये भी अभद्र और आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करता रहा। कई छात्राओं ने ग्रुप में हुई इस हरकत का कड़ा विरोध किया और फैकल्टी मेम्बर्स से मामले को देखने और सख्त कार्रवाई करने की गुज़ारिश की। साथ ही उन्होनें इस अश्लील हरकत से जुड़े स्क्रीनशॉट्स भी बतौर सबूत फैकल्टी मेम्बर्स को भेजे।
यहीं नहीं कथित अभियुक्त ने बार-बार अनुरोध करने के बाद भी बेकाबू होने वाले लहज़े में ग्रुप में शामिल चार छात्रों को गाली दी और साथ ही एक फैकल्टी मेम्बर्स के लिये भी भद्दे शब्दों का इस्तेमाल किया। फिर उसने अश्लील तस्वीरें पोस्ट कीं। पीड़िता छात्रों ने जब देखा कि पानी सिर के ऊपर से जा रहा है तो उन्हें इस मामले को कुलपति प्रोफेसर एके राय और डीन छात्र कल्याण (Dean Student Welfare) प्रोफेसर पूनम टंडन के संज्ञान में लाया और उन्हें ट्विट कर टैग किया।
मामले पर जब एलयू अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की तो व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल विश्वविद्यालय के आधे से ज़्यादा छात्र ग्रुप से बाहर हो गये। जिसके बाद एआईएचए के विभागाध्यक्ष प्रो पीयूष भार्गव द्वारा एलयू प्रॉक्टर कार्यालय को एक शिकायत भेजी गयी, जिसकी बुनियाद पर हसनगंज थाने में मुख्य प्रॉक्टर दिनेश कुमार द्वारा प्राथमिकी के लिए तहरीर दी गयी।
मुख्य प्रॉक्टर दिनेश कुमार ने कहा कि, हमने इस संबंध में हसनगंज पुलिस स्टेशन में पुलिस शिकायत दर्ज करवायी है। साथ ही हमने पुलिस से व्हाट्सएप ग्रुप और फोन नंबर का एक स्क्रीनशॉट साझा किया, जिसका इस्तेमाल उस छात्र के नाम और कॉन्टेक्ट नंबर के साथ किया गया था, जिससे पोर्नग्राफिक्स कॉन्टेंट और अभद्र भाषा (Pornographic content and obscene language) ग्रुप में इस्तेमाल की गयी।