क्राइम डेस्क (उत्तर प्रदेश): इटावा में बतौर SSP, अपराधियों की नाक में दम करने वाले IPS अधिकारी आकाश तोमर (Akash Tomar) ने उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जनपद का कार्यभार सँभालते ही अपना जलवा दिखाना शुरू कर दिया। प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर के कुशल निर्देशन में अपराध एवं सक्रिय अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में थाना कोतवाली नगर के ग्राम पूरे ईश्वर नाथ में ब्लाइंड मर्डर केस सुलझाते हुए 04 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया।
बीते रविवार 21 मार्च को थानाक्षेत्र कोतवाली नगर के ग्राम पूरे ईश्वरनाथ में एक व्यक्ति रामपाल की कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा गोली मार कर हत्या कर दी गयी। इस सम्बन्ध में मृतक के छोटे भाई ईश्वरदीन कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया। मामले पर तुरंत कार्रवाही करते हुए कल यानि 28 मार्च को प्रतापगढ़ पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर चेकिंग के दौरान 04 अभियुक्त ईश्वरदीन उर्फ नन्हे उर्फ पप्पू, नन्दलाल यादव, हरिश्चन्द्र यादव व अफसर उपरोक्त को थानाक्षेत्र कोतवाली नगर के छत्ता का पुरवा के पास से गिरफ्तार किया।
पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया कि ईश्वरदीन उर्फ नन्हें उर्फ पप्पू पाल द्वारा ही उक्त घटना को शूटरों के माध्यम से अपने बड़े भाई रामपाल ही हत्या को अंजाम दिया। ईश्वरदीन ने पुलिस को बताया कि उसका बड़ा भाई रामपाल (मृतक) ने उसका जीना दूभर कर दिया था जिसके चलते उसने अपने बड़े भाई की हत्या करवा दी।
मृतक के छोटे भाई और मामले में मुख्य आरोपी ईश्वरदीन के कहा कि, “रामपाल ने झाड़-फूंक करा कर 02 वर्ष पहले उसने मेरे 18 वर्षीय बड़े लड़के को मरवा दिया था। मेरे लड़के की मौत के बाद उसने अपने घर में मुर्गा दारू की पार्टी भी की। मेरा छोटा लड़का भी उसके तन्त्र-मन्त्र के कारण बीमार रहता है। मुझे ज्ञात हुआ था कि मेरा बड़ा भाई मुझे व मेरे लड़के को भी मारना चाहता है।”
SP तोमर ने बताया कि मामले में ईश्वरदीन ने नन्दलाल यादव उर्फ बेदी यादव की मदद ली जो कि कचहरी में एक रिटायर्ड लेखपाल के पास मुंशी का काम करता है। नन्दलाल यादव ने रामपाल को रास्ते से हटाने के लिए 1,50,000/- रू0 में शूटर से काम कराने की बात कही। इस योजना को नन्दलाल यादव उर्फ बेदी यादव ने अपने भाई हरिश्चन्द्र यादव को अवगत कराते हुए उससे अवैध पिस्टल ली थी और अफसर नाम के एक शूटर और उसके साथी को 50-50 हजार रु0 देने के एवज हत्या करने की बात कही। इसमें से 35,000/- रू0 घटना के 04 दिन पहले नन्दलाल उर्फ बेदी यादव को दिए तथा घटना के बाद 27 मार्च को पुनः 10,000/- रू0 कचहरी प्रतापगढ़ में दिए, शेष रूपया बाद मे देने की बात कही गई।
आकाश तोमर के मुताबिक, गिरफ्तार अभियुक्त नन्दलाल यादव ने बताया कि उसने अफसर और उसके एक अन्य साथी को रामपाल की हत्या का काम सौंपा गया था और घटना में प्रयुक्त पिस्टल भी नन्दलाल यादव ने दी थी। घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल अफसर की थी।
फिलहाल पुलिस ने आरोपियों के पास से एक पिस्टल .32 बोर, घटना में प्रयुक्त एक हीरो करिज्मा मोटर साइकिल (Hero Karizma) और एक हीरो स्प्लेण्डर प्लस (Hero Splendor Plus) मोटर साइकिल बरामद करते हुए भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत चारो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।