न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की पहली और दूसरी लहर से महाराष्ट्र सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अभी जबकि दूसरी लहर अपने चरम पर है। विशेषज्ञों ने तीसरी लहर के आने की भविष्यवाणी की है। ये भी कहा जा रहा है कि तीसरी लहर बच्चों पर ज़्यादा असर डाल सकती है। इस आशंका को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने पीडियाट्रिक्स टास्क फोर्स का गठन किया है।
आज (7 मई 2021) को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस बारे में बाल रोग विशेषज्ञों के साथ बैठक की। कोरोनावायरस की पहली लहर में कल्याण डोंबिवली महानगरीय इलाके में 5,268 बच्चे संक्रमित हुए थे। कोरोना की मौजूदा दूसरी लहर में सिर्फ 3 महीनों के भीतर 2,183 बच्चे संक्रमित हुए। इसे ध्यान में रखते हुए कल्याण डोम्बिवली नगर निगम (Kalyan Dombivali Municipal Corporation) ने पहले से ही तैयारी कर ली है। COVID -19 संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए सभी सुविधाओं के साथ एक विशेष चिल्ड्रेन वार्ड और 50 बेड की व्यवस्था डोम्बिवली में की गयी है।
कल्याण डोम्बिवली नगर निगम के कमीश्नर डॉ. विजय सूर्यवंशी ने मीडिया को बताया कि, प्रशासन एक नया कोविड अस्पताल बना रहा है। जिसमें 50 बेड का एक बाल चिकित्सा वार्ड (Pediatric ward) होगा। इस वार्ड में उन बच्चों का इलाज़ किया जायेगा, जिनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है।
इसके साथ ही कल्याण डोम्बिवली महानगरीय इलाके में चिकित्सा संसाधनों के बारे में भी पूरी जानकारी इकट्ठा की जा रही है। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग ये पता लगा रहा है कि महानगरीय क्षेत्र में सभी सुविधाओं वाले बच्चों के कितने अस्पताल हैं और वहाँ कितने बच्चों का इलाज किया जा सकता है। इसके अलावा क्या नवजात शिशुओं के इलाज की सुविधाएं हैं या नहीं। ताकि जब तीसरी लहर आये तो संक्रमित बच्चों के इलाज की व्यवस्था में कोई कमी न रह जाये।