न्यूज़ डेस्क (उत्तर प्रदेश): राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन ने तीनों कृषि कानूनों के विरोध तथाकथित किसान संगठनों द्वारा कल यानी 26 मार्च को बुलाये गये भारत बंद (Bharat Bandh) का विरोध करने का फैसला किया। राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन की हाई पावर कॉन्सलटेटिव कमेटी द्वारा आज (25 मार्च) को बैठक कर इस मामले पर निर्णय लिया गया कि किसान हितैषी कृषि बिलों के खिलाफ होने वाले भारत बंद का पुरजोर विरोध किया जायेगा।
इस मुद्दे पर यूनियन के अध्यक्ष रामनिवास यादव (Ramnivas Yadav) ने कहा कि तथाकथित किसान संगठन हतोत्साहित होकर बंद जैसे आयोजन के जरिये लाइम लाइट में बने रहने की नाकाम कोशिश कर रहे है। देश का किसान इन नकली किसान संगठनों और इनके नेताओं को नकार चुका है। भारत का किसान तीनों कृषि बिलो के समर्थन में मजबूती से खड़ा है। तीनों कृषि बिल किसानों के हित में है। देश का किसान इसे अच्छे से समझ गया है। राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के कार्यकर्ता 26 मार्च को बुलाये गये भारत बंद का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरेंगे।
बता दें कि पिछले साल केंद्र सरकार द्वारा पास किये गये तीन कृषि कानूनों के विरोध में नवम्बर से दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए है और इन तीनों कानूनों को काला कानून बताते हुए इन्हें वापिस लेने की मांग कर रहे है।