न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): 26 जनवरी की घटना के बाद किसान यूनियंस में आपसी मतभेद देखने को मिल रहे है। दो समूहों ने किसान आंदोलन (Farmers Protest) से हाथ पीछे खीच लिए। कई संघठनों ने घटना पर खेद जाहिर करते हुए दुख व्यक्त किया। इसके साथ ही कई किसान संगठनो ने प्रेस वार्ता कर अपना पक्ष साफ किया। और पढ़ें – PHOTOS: एक्ट्रेस Hina Khan के इस बोल्ड फोटोशूट से नही हटेगी आपकी नज़र
इसी क्रम में, राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन (Rashtriya Andata Union) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम निवास यादव ने 72वें गणतंत्र दिवस (Republic Day) के अवसर पर देश की राजधानी दिल्ली में किसान नेताओं द्वारा किये गये राष्ट्र विरोधी कृत्य से दुखी एवं आक्रोशित होकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) एवं गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को एक पत्र लिखा hai।
यादव ने पत्र में लिखा कि, फर्जी किसान नेताओं द्वारा देश की आन-बान-शान लालकिला (Red Fort) से राष्ट्रीय ध्वज उतारने, दिल्ली में दंगा कराने वालों एवं सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुँचाने वालों की सम्पत्तियों को ज़ब्त किया जाए। देश विरोधी कार्य करने वालों को गिरफ्तार कर जेल भेजने के साथ ही अलगाववादियों से सम्बन्ध होने की जाँच कर किसान यूनियन के सभी संगठनों पर प्रतिबन्ध लगाया जाए। और पढ़ें – PHOTOS: एक्ट्रेस Hina Khan के इस बोल्ड फोटोशूट से नही हटेगी आपकी नज़र
राम निवास ने आगे लिखा कि, जिस प्रकार से किसानों के नाम से कृषि बिल (Agriculture bill) के विरोध में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है और सरकार द्वारा किसान संगठनों के साथ मिलकर कृषि बिल में कुछ बिन्दुओं पर लिखित गारंटी भी देने के बावजूद जिस प्रकार से बिल वापिस लेने पर अड़े हुए है ऐसे में जनता का किसान पर से विश्वास उठ रहा है।
राम निवास ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में विपक्ष पर भी हमला करते हुए लिखा कि कुछ किसान संगठन विपक्ष के साथ मिलकर कृषि बिल का विरोध कर रहे थे जिससे देश में अराजकता का माहौल बना रहा है। राम निवास ने विपक्ष पर गंभीर आरोप लगते हुए लिखा कि विपक्ष ने साजिशों में तहत किसान यूनियन को भड़का कर ट्रैक्टर रैली निकालने की आड़ में दंगा करवाया है।
राम निवास ने दंगाइयों की संपत्ति को जब करने की माग करते हुए लिखा कि, उपद्रवियों के कारण सरकारी सम्पत्ति के नुकसान की भरपाई हेतु इनकी चल-अचल सम्पत्ति जब्त की जाएँ और अलगाववादी संगठनों से सम्बन्धों की जाँच कर इनके संगठनों पर प्रतिबन्ध लगाए। और पढ़ें – PHOTOS: एक्ट्रेस Hina Khan के इस बोल्ड फोटोशूट से नही हटेगी आपकी नज़र
दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की अपील करते हुए राम निवास यादव ने लिखा कि, साजिश में शामिल किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait), योगेन्द्र यादव (Yogendra Yadav), हन्ना मौला (Hannah Maula), शिव कुमार कक्का (Shiv Kumar Kakka), दीप सिद्धू (Deep Sidhu), लक्खा सिधाना (Lakha Sidhana), हरमीत सिंह कड़िया (Harmit Singh Kadiya) के साथ-साथ साजिश में शामिल फ़र्ज़ी किसानों पर सख्त कार्यवाही की जाये और तुरंत गिरफ्तार भी किया जाए।
26 जनवरी को हुए उपद्रव पर संवेदना व्यक्त करते हुए यादव ने लिखा कि, “इनके द्वारा किये गये इस घिनौने राष्ट्र विरोधी कृत्य से समस्त किसान भाई बहुत दुखी एवं आक्रोशित है क्योकि इनके इस कृत्य से देश की किसान यूनियनों का नाम बदनाम हुआ है। जिससे देश में किसानों के ख़िलाफ़ माहौल बन रहा है।” और पढ़ें – PHOTOS: एक्ट्रेस Hina Khan के इस बोल्ड फोटोशूट से नही हटेगी आपकी नज़र
राष्ट्रीय संयोजक राम निवास यादव ने कहा कि जो नया कृषि बिल लाया गया है पूर्ण रूप से किसान हितैषी है जिस पर कोई सन्देह नही है। लेकिन फर्जी किसान नेता अपनी नेतागिरी एवम् बिचौलियों के चक्कर में साधारण किसानों को भ्रमित कर रहे है, जो ठीक नही है। राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन भारत सरकार से जल्द से जल्द दोषियों की गिरफ्तारी से लेकर जेल भेजने का आग्रह करती हैं।
फ़िलहाल ताज़ा बदलते हालातों के बीच गाज़ीपुर पर आंदोलकारी किसानों को पीछे धकेलने की कवायद शुरू हो चुकी है, CRPF ने मोर्चा पूरी तरह संभाल लिया है। किसानों के टेंट और अस्थाई टॉयलेट्स को हटाना शुरू कर दिया गया है। इसी क्रम में बीती रात धरना स्थल की पॉवर सप्लाई को काट दिया गया था। कुछ इसी तर्ज पर बागपत के बड़ौत में यूपी पुलिस ने धरनास्थल खाली करवा लिया गया। टिकरी और सिंघू बॉर्डर पर भी किसान आगे की रणनीति बनाते दिखे।
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