नई दिल्ली (शाश्वत अहीर): गुजरात चुनावों से पहले कांग्रेस सदमे में है क्योंकि गुजरात में पार्टी के 7 विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Elections) में एनडीए (NDA) की द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के पक्ष में कथित तौर पर क्रॉस वोटिंग की। एक मोटे अनुमान के मुताबिक गुजरात से 121 वोट हासिल करने वाली मुर्मू को बीजेपी के 111, राकांपा को एक, भारतीय ट्राइबल पार्टी (Bhartiya Tribal Party) को दो और कांग्रेस को सात वोट मिले हैं।
जबकि विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को गुजरात में कांग्रेस के 63 और निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी (Jignesh Mevani) से एक यानी कुल 64 वोट मिलने थे उन्हें सिर्फ 57 वोट मिले। माना जा रहा है कि पाटीदार विधायक और एक या दो आदिवासी विधायकों ने मुर्मू को वोट दिया होगा।
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखराम राठवा (Sukhram Rathwa) ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में न तो पार्टी व्हिप जारी कर सकती है और न ही विधायकों को मतदान के बाद अपना मतपत्र दिखाना पड़ता है, इसलिए ये पता लगाना मुश्किल होगा कि किसने पार्टी लाइन से परे जाकर वोटिंग की, अब पार्टी अपने विधायकों पर नजर रखेगी और पार्टी लाइन से कटने वाले नेताओं की पहचान करेगी।
उन्होंने आगे कहा कि, “इस मुद्दे पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और यहां तक कि एआईसीसी नेताओं समेत इन विधायकों के खिलाफ कार्रवाई का फैसला करने के लिये चर्चा की जायेगी।”