एजेंसियां/नई दिल्ली (समरजीत अधिकारी): वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले और नए स्ट्रेन मिलने के बाद एक बार फिर से ब्रिटेन ने लॉकडाउन (Lockdown) लगा दिया गया है। लंदन से मिल रही मीडिया एजेंसियों की सूचनाओं के मुताबिक गणतंत्र दिवस समारोह में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन शिरकत नहीं कर पायेगें। उन्होनें ये फैसला हालातों की समीक्षा करते हुए किया। इस बारे में उन्होनें पीएम नरेन्द्र मोदी को फोन कर सूचित किया। ब्रिटेन के हालातों का हवाला देते हुए, भारत ना आने पर खेद जताया। हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं कही है। कयास लगाये जा रहे है गणतंत्र दिवस को समारोह पूर्ववत जारी रहेगें।
दूसरी ओर वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले और नए स्ट्रेन मिलने के बाद एक बार फिर से ब्रिटिश प्रशासन ने लॉकडाउन (Lockdown) लगा दिया गया है। जिसकी अधिकारिक घोषणा खुद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने की। कोरोना से बचाव के लिए 15 तक स्टे-ऑन-होम लॉकडाउन लगाया गया है, ताकि संक्रमण के मामलों पर लगाम कसी जा सके। इस दौरान लोग सिर्फ़ बेहद जरूरी काम से सिलसिले से ही घरों से बाहर निकल सकेगें। स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन पढ़ाई (Online study) जारी रहेगी।
बीते सोमवार पीएम बोरिस जॉनसन संबोधित करते हुए कहा कि- जिस रफ्तार से वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी आ रही है, उससे साफ हो जाता है कि हमें और मेहनत करने के साथ काफी संजीदगी बरतनी होगी। जिसके लिए हमें फिर से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा रहे है। नए स्ट्रेन के मद्देनज़र ये काफी कड़ा फैसला है। हम आपसे (ब्रिटेन की जनता) से अपील करते है कि, जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकले। ब्रिटेन में अब तक का सबसे बड़ा सघन टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हो चुका है। दूसरे यूरोपीय देशों के मुकाबले ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को वैक्सीन मुहैया करवायी जा रही है। आगे भी टीकाकरण की गति में बढ़ोत्तरी की जायेगी। ऑक्सफ़ोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन (Oxford-AstraZeneca Vaccine) की मदद से टीकाकरण शुरू कर दिया गया है।
इस दौरान उन्होनें दावा किया कि, कोरोना के नये वेरिएंट ने काफी तेजी से पांव पसारा है। लंदन में इसकी चपेट में 60 प्रतिशत से ज्यादा लोग आ चुके है। हालांकि कि इस दौरान वो सभी लोग दफ्तर जा सकेगें, जो घर से काम नहीं कर पा रहे है। रेस्तरां में टेकअवे सेवाएं (Takeaway services in restaurants) जारी रहेगी। सैलून और और हेयरड्रेसर जैसी पर्सनल केयर सेवाओं पर प्रतिबंध लगेगा। इसके साथ ही कसरत करने, मेडिकल सहायता और घरेलू प्रताड़ना से बचने के लिए लोग घरों से बाहर निकल सकते है।