नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के एक ट्वीट (tweet) ने पूरे देश को हैरत में डाल दिया है। बीते सोमवार तकरीबन 8:56 पर पीएम मोदी (PM Modi) ने ट्वीट कर कहा कि-सोच रहा हूं इस रविवार से फेसबुक (Facebook), टि्वटर (Twitter), इंस्टाग्राम (Instagram), और यूट्यूब (YouTube) सहित सभी सोशल मीडिया (Social Media) अकाउंट को छोड़ दूं। पीएम मोदी का यह ट्वीट उनके समर्थकों प्रशंसकों और भाजपा के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। जैसे ही यह बात फैलने लगी ट्विटर पर #NoSir और #PleaseSir ट्रेंड (Trend) करने लगा। जानकारों की माने तो केंद्र सरकार सोशल मीडिया की तर्ज पर अपना खुद का प्लेटफॉर्म इंट्रोड्यूस कर सकती है। पीएम मोदी सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय नेता हैं। ट्विटर पर पर उन्हें 5, 33,73,921 लोग फॉलो (follow) करते हैं। उनके फेसबुक पेज के 4,46,00,551 फॉलोवर (follower) है। इंस्टाग्राम पर 3,52,45,473 फॉलोवर और अब तक उन्हें यूट्यूब पर 53,60,00,286 व्यूज़ (views) मिल चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस ट्वीट के कुछ ही देर बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhary) ने चुटकी लेते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी का यह ट्वीट देश के लोगों का ध्यान भटकाने की कवायद है। ताकि लोगों का ध्यान ज्वलंत मुद्दों से भटक सकें।
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) सहित दूसरे बड़े कांग्रेसी नेता भी पीएम मोदी पर तंज कसने के लिए मैदान में तैयार खड़े दिखाई दिए। प्रधानमंत्री मोदी के ट्वीट के स्क्रीनशॉट पर राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि, अगर आपको छोड़ना ही है तो नफरत छोड़िए ना कि सोशल मीडिया अकाउंट
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि, उम्मीद करता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी कुछ इसी तरह की सलाह उन ट्रोलर्स भी देंगे जोकि फर्जी नामों से ट्वीट करते हैं। जिनका काम सिर्फ सोशल मीडिया पर रोज गाली गलौज करना होता है।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी करारा तंज कसते हुए लिखा कि, सोशल डायलॉग बंद करना अच्छी बात नहीं है। छोड़ने के लिए कई और भी चीजें हैं जैसे सत्ता का लालच और मनमर्जी की बात उम्मीद करता हूं कि पीएम मोदी मेरी बात पर ध्यान देंगे।
पीएम मोदी आज 11 साल पहले ट्रिवटर सक्रिय हुए थे। जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे। मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री बनने तक उनके फॉलोवर की तादाद में इजाफा होता चला गया। पीएम मोदी औसतन रोजाना 12 ट्वीट करते हैं।
मामले को तूल पकड़ता देख भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय (Amit Malviya) ने ट्वीट कर लिखा कि, हम लोगों को रविवार तक इंतजार करना चाहिए। तभी साफ हो पाएगा प्रधानमंत्री मंत्री मंशा क्या है। किसी भी तरह की अटकलें और कयास लगाना फिलहाल ठीक नहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी के इस कदम का समर्थन करते हुए, भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी लिखते हैं कि जिस तरह से सोशल प्लेटफॉर्म पर आजकल गाली गलौज और अफवाह फैलती हैं। उसे देखते हुए सोशल मीडिया से दूरी बनाने का आपका फैसला सही है। मैं आपका समर्थन करता हूं।