पूर्व कानून मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अश्विनी कुमार ने रविवार को उत्तर प्रदेश पुलिस को जमकर लताड़ा। मामला प्रियंका गांधी से जुड़ा बताय़ा जा रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के मुताबिक यूपी पुलिस के एक जव़ान ने उन्हें ख़ासा परेशान किया। एक सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी के परिवार से मिलने के मसले पर उन्हें बोला गया कि, वे उनसे नहीं मिल सकती है और साथ ही उन्हें जब़रन रोका गया। गौरतलब है कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान 19 दिसंबर को उस सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी को गिरफ्तार किया गया था।
पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार और कांग्रेसी नेता ने घटनाक्रम पर तल़्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि- यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। आजाद मुल़्क में कांग्रेस पार्टी को पुलिस दमन का सामना करना पड़ा रहा है। मुझे लगता है कि सरकार के इस संकेत से साफ हो गया है कि दमनकारी नीतियों के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध इस सरकार को नागवारा। उम्मीद है कि भारतीय जनता पार्टी को इस बात का एहसास तब होगा जब देश के लोग भाजपा की नीतियों के खिल़ाफ उठ खड़े होगें तो उनकी दमनकारी नीति का वो आख़िरी दिन होगा।
आगे उन्होनें कहा- यूपी पुलिस से यहीं उम्मीद की जा सकती है। पुलिस हमेशा इस बात से इन्कार कर रही है कि प्रियंका के साथ बदसलूकी हुई है। पूरे देश ने प्रियंका गांधी वाड्रा के धरना-प्रदर्शन और विडियो को देखा है। किस तरह से उत्तर प्रदेश प्रशासन के तहत आनेवाली पुलिस का रवैया उनके प्रति था।
बीते शनिवार शाम को, प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूपी पुलिस पर आरोप लगाया उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उनका गला घोंटने की कोशिश गयी और कहा “ जब मैं सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी से मिलने जा रही थी। उस दौरान यूपी पुलिसकर्मी ने मुझे धक्का दिया जिसके बाद मैं गिर गई। यूपी पुलिस ने मुझे रोका। पुलिसवालों ने गला घोंटकर मेरी हत्या कर दी होती लेकिन इसी बीच वहाँ पार्टी कार्यकर्ता पहुँचे जिनको देखते ही पुलिस वाले वहाँ निकल गये। कांग्रेसी कार्यकर्ता के दोपहिया पर बैठकर मैं वहाँ से निकली। मामले पर लखनऊ एसएसपी कलानिधि नैथिनी ने गांधी के आरोपों का खंडन किया और पूरे घटनाक्रम को निराधार बताया।
इसके बाद से ही कांग्रेसी खेमें में खासी नाराज़गी पसरी हुई है। कांग्रेस ने योगी सरकार से मांग की है कि उस पुलिसकर्मी पर कड़ी कार्रवाई की जाये जिसने प्रियंका के साथ बदसलूकी की है।