न्यूज़ डेस्क (हिमाचल प्रदेश): इस साल के अंत में होने वाले हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है, पार्टी ने राज्य के हर जिले की कमान संबंधित राष्ट्रीय सचिवों को देने का फैसला किया है। कांग्रेस की चुनावी तैयारियों को देखने वाले 12 राष्ट्रीय सचिवों में से एक तिहाई प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की टीम से हैं। सूत्रों का मानना है कि प्रियंका गांधी का हिमाचल प्रदेश में सत्ता में लौटने के कांग्रेस के मिशन पर विशेष ध्यान होगा।
कांग्रेस ने शनिवार को फैसला किया कि चुनाव से पहले संगठन को मजबूत करने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के राष्ट्रीय सचिवों को राज्य के हर जिले में तैनात किया जाएगा।
राष्ट्रीय सचिवों में दीपिका पांडे, चंदन यादव, राजेश तिवारी, रोहित चौधरी, धीरज गुर्जर, प्रदीप नरवाल, विकास उपाध्याय, विजय सिंगला और चेतन चौहान शामिल हैं, जिनके एक सप्ताह के भीतर काम शुरू करने की संभावना है। बता दें कि राजस्थान के उदयपुर में चिंतन शिविर (Chintan Shivir) के समापन के कुछ दिनों बाद उन्हें कार्य सौंपा गया था। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल व प्रभारी राजीव शुक्ला ने भी आवश्यक निर्देश दिये।
तैयारियों पर टिप्पणी करते हुए, बैठक में मौजूद नेताओं में से एक ने कहा कि उन्हें बूथ प्रबंधन और बूथ समितियों को तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा गया है, जिन्हें चुनाव जीतने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। जून में शिमला में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाने की योजना पर भी काम किया जा रहा है।
Himachal Pradesh में चुनाव
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के 68 सदस्यों का चुनाव करने के लिए नवंबर 2022 में हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होंगे। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 8 जनवरी 2023 को समाप्त होने वाला है।
हाल ही में, कांग्रेस नेतृत्व ने हिमाचल प्रदेश में संगठन में फेरबदल किया और पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया।
पिछले साल हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने मंडी लोकसभा और तीनों विधानसभा सीटों पर जीत हासिल कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) को बड़ा झटका दिया था। कांग्रेस के सामने एक बड़ी चुनौती भाजपा विरोधी वोट को एकजुट रखना होगा।
गौरतलब है कि पड़ोसी राज्य पंजाब में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की जीत से उत्साहित आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और पार्टी के कई अन्य नेताओं ने पहाड़ी राज्य में पैठ बनाने के प्रयास में हिमाचल प्रदेश का दौरा किया है।