नई दिल्ली, (एएनआई): कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने सोमवार को केंद्र सरकार से एम्स डॉक्टरों की एसोसिएशन (AIIMS Doctors Association) के अनुरोध के अनुसार चिकित्सा कर्मचारियों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (Personal Protection Equipment) प्रदान करने का आग्रह किया।
विश्व स्वास्थ्य दिवस (World Health Day) पर प्रियंका गाँधी वाड्रा ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि, ” आइए हम संकल्प लें – स्वास्थ्यकर्मियों का पूरा साथ देंगे, स्वास्थ्यकर्मियों को सुरक्षा के उपकरण दिलाने के लिए आवाज उठाएंगे, कोरोना संक्रमण न फैले-इसके लिए बचाव का मार्ग अपनाएंग।”
इससे पहले भी प्रियंका गाँधी ने अपने एक ट्वीट में केंद्र सरकार पर हमला करते हुए लिखा था कि, “इस महत्वपूर्ण समय में, डॉक्टर, स्वास्थ्य कार्यकर्ता और स्वच्छता कार्यकर्ता इस लड़ाई के प्रमुख सैनिक हैं। उनके उपकरण, उनके सम्मान और उनकी आवाज़ की रक्षा करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। आशा है कि हमारी सरकार एम्स के डॉक्टरों द्वारा की गई याचिका पर सुनवाई करेगी।”
एम्स, दिल्ली के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (RDA) ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को COVID-19 की तैयारियों से संबंधित वास्तविक चिंताओं को बढ़ाने के लिए डॉक्टरों को निशाना बनाते हुए पत्र लिखा था। जिसमें लिखा था कि, “पिछले कुछ दिनों में, हमारे फ्रंटलाइन हेल्थकेयर श्रमिक-डॉक्टर, नर्स और अन्य सहायक कर्मचारी सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE), COVID-19 परीक्षण उपकरण और संगरोध सुविधाओं की उपलब्धता से संबंधित अपनी समस्याओं और मुद्दों को रख रहे हैं। अधिकारियों को इन सूचनाओं को रचनात्मक रूप से देखना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी को लिखे गये पत्र में ये भी लिखा गया कि, “अपने साथियों और रोगी के कल्याण के प्रति उनके प्रयासों की सराहना करने के बजाय, उन्हें एक कठोर प्रतिक्रिया मिली है। कोरोना महामारी के सामने, यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह सुनिश्चित करे कि इन ‘सैनिकों’ को सुना जाए, उनकी राय का सम्मान किया जाए। अपमानित होने के बजाय।”