आप जानते हैं दिल्ली में सबसे मंहगा गेंहू कहां का बिकता है? वह पंजाब (Punjab) और हरियाणा का गेहूं नहीं होता। वह होता है एमपी का गेंहू। पंजाब का गेंहू उसी दिल्ली में इतना बदनाम क्यों है जहां के किसान दिल्ली आने के लिए बेताब हो रहे हैं?
क्योंकि वो ऐसा अन्न उपजाते हैं जिसे खरीदकर कोई समझदार आदमी खाना नहीं चाहता। ऐसा क्या उपजा देते हैं ये किसान कि वो खुद भी उसे खाना पसंद नहीं करते। भारत में या शायद दुनिया में सबसे ज्यादा फर्टिलाइजर और कीटनाशकों (Fertilizers and Pesticides) का इस्तेमाल पंजाब के किसान करते हैं। वो अन्न नहीं उपजाते। जहर पैदा करते हैं। ये जहरीली खेती वो इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें एमएसपी चाहिए होता है। जितनी पैदावार उतना पैसा, भले ही उसके लिए एक बिस्वे में दस किलो यूरिया क्यों न डालनी पड़े।
नहीं, ये भारत में किसानी का मॉडल नहीं है। अन्न ब्रह्म है और उसे जहर बनानेवाले को हम किसान कभी नहीं कह सकते। पंजाब के किसानों ने अपने एमएसपी के चक्कर में न केवल देश में कैंसर की पैदावार बढाई है बल्कि पांच नदियों की धरती को भी जहरीला कर दिया है। कुख्यात कैंसर एक्सप्रेस (Cancer Express) पंजाब के किसानों की ही देन है।
आप लोग फेसबुक पर पार्टीबाजी में किसान-किसान करिए क्योंकि हो सकता है आप कुछ न जानते हों। मैं नहीं करुंगा क्योंकि पंजाब की जहरीली खेती को मैं थोड़ा बहुत जानता हूं। एमएसपी के इन कारोबारियों के समर्थन में मैं कभी खड़ा नहीं हो सकता। आप भी दूर रहिए। एमएसपी एक कोढ हो गया है। खत्म हो जाएगा तो खेती के नाम पर चल रहा कैंसर का ये कारोबार बंद हो जाएगा।
साभार – संजय तिवारी