एजेंसियां/न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने बीते बुधवार (4 अक्टूबर 2022) को यूक्रेन के चार इलाकों को रूस में जोड़ने के लिये बनाये गये कानून पर हस्ताक्षर किये। दस्तावेजों में कहा गया है कि डोनेट्स्क, लुहान्स्क, खेरसॉन और ज़ापोरिज्जिया (Kherson and Zaporizhzhya) को रूसी संघ के संविधान के मुताबिक रूसी संघ का हिस्सा माना गया है।
पुतिन ने बीते 30 सितंबर को आधिकारिक तौर पर क्रेमलिन (Kremlin) के नेताओं की अगुवाई में जनमत संग्रह करवाया था, जिसमें सामने आया कि इन चारों इलाकों में रहने वाले लोग रूस का हिस्सा बनने के लिये रजामंद है।
पश्चिमी मुल्कों ने इस जनमत संग्रह को दिखावा करार दिया था। पुतिन ने मामले पर कहा कि मॉस्को (Moscow) की अगुवाई में आयोजित तथाकथित जनमत संग्रह के बाद इन इलाकों के लोगों ने रूस (Russia) में शामिल होने के लिये दुनिया के सामने अपनी एकतरफा पसंद पेश की थी। मैं कीव (Kyiv) शासन और पश्चिम में उसके आकाओं से ये कहना चाहता हूं- लुगांस्क, डोनेट्स्क, खेरसॉन और ज़ापोरिज्जिया इलाकों में रहने वाले लोग हमेशा के लिये हमारे नागरिक बन रहे हैं।
समझौतों पर हस्ताक्षर करने से पहले एक भाषण में पुतिन ने पश्चिम मुल्कों की खिंचाई की और यूक्रेन (Ukraine) से दुश्मनी खत्म करने और बातचीत शुरू करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा “हम कीव शासन से तुरंत लड़ाई बंद करने और सभी तरह की दुश्मनी रोकने के साथ बातचीत की मेज पर लौटने का आह्वान करते हैं।”
बाद में ज़ेलेंस्की (Zelensky) ने चेतावनी दी कि जब तक राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सत्ता में हैं, वो रूस के साथ बातचीत नहीं करेंगे। ज़ेलेंस्की ने कहा कि, “जब तक पुतिन रूसी संघ के अध्यक्ष हैं, यूक्रेन रूस के साथ कोई बातचीत नहीं करेगा। हम नये राष्ट्रपति के साथ बातचीत करेंगे।”