बिजनेस डेस्क (जोरावर सिंह): वायरस इंफेक्शन के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था भी स्लोडाउन से इनफेक्टेड हो गई है। तकरीबन सभी सेक्टर्स पर मौजूदा हालात की सीधी मार पड़ रही है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने विश्वव्यापी आर्थिक मंदी की भविष्यवाणी कर दी है। इसका असर अनऑर्गेनाइज्ड सेक्टर से लेकर कॉरपोरेट सेक्टर तक पड़ेगा। बड़ी मात्रा में नौकरियां खत्म होने की आशंका है। फिलहाल इन हालातों से निपटने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और नीति आयोग के आला अधिकारी ड्राफ्ट तैयार करने में लगे है।
इन हालातों की ओर सरकार का ध्यान खींचने के लिए, राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि- भारत में आयी ये आर्थिक मंदी काफी बड़ी है। जिसकी वजह से कई बड़े कॉर्पोरेट आसानी से बिकने के कगार पर आ गए हैं। राष्ट्रीय आपदा के इस मौके पर केंद्र सरकार को चाहिए कि, वह किसी भी विदेशी खरीदार को इस मौके का फायदा ना उठाने दे।
कोरोनावायरस के बाद भारत सरकार को आर्थिक मंचों पर बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। कई निवेशक करता हाथ पीछे खींच सकते हैं। फिलहाल कई बड़े मीडिया हाउसेस से कई लोगों की नौकरियां जाने का सिलसिला शुरू हो चुका है