न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्विटर पर अपने फॉलोवर्स (Twiiter) तक अपनी पहुंच को रोकने और देश में नफरत भरे भाषणों पर रोक नहीं लगाने की उसकी नीति पर सवाल उठाया। 27 दिसंबर को लिखे गये खत में उन्होनें कहा कि, “ये हैरान करने वाली बात है कि मेरे ट्विटर फॉलोअर्स (Twitter Followers) में आने वाला इज़ाफा एकाएक रूक गया। मेरे ट्विटर अकाउंट पर लगभग 20 मिलियन फॉलोअर्स बहुत एक्टिव हैं, और साथ ही रोजाना 8 से 10 हजार फॉलोअर्स ट्विटर पर मुझसे जुड़ते है।
उन्होंने कहा कि मई में उनके अकाउंट में 6,40,000 फॉलोवर्स थे लेकिन इसके बाद फॉलोवर्स जुड़ने की तादाद गिरने लगी और अगस्त महीने आते आते ये जीरो पर सिमट गयी। हालांकि मैनें इस बारे में ट्विटर इंडिया (Twitter India) को जानकारी दी लेकिन वो लोग केंद्र सरकार से आने वाले दबाव से बुरी तरह जूझ रहे है। सरकार लगातार मेरी आवाज़ दबाने के लिये ट्विटर इंडिया पर दबाव बनाये हुए है।
इस मामले पर राहुल ने ट्विट कर कहा कि कहा, जैसा कि दुनिया देख रही है कि ट्विटर पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है कि वो साबित करके कि भारत में तानाशाही का फलने फूलने में वो किसी भी तरह की सक्रिय रूप से मदद नहीं करता है।
उन्होंने ये भी जिक्र किया कि उनका अकाउंट कैसे ब्लॉक किया गया था, लेकिन उस समय ट्विटर ने कहा था कि एनसीपीसीआर की शिकायत के बाद राहुल गांधी और कांग्रेस (Congress) के ट्विटर अकाउंट को अस्थायी तौर पर सस्पेंड कर दिया गया था और इसकी बहाली के लिये उचित प्रक्रिया का पालन किया जा रहा था।
राहुल गांधी अप्रैल 2015 में ट्विटर से जुड़े थे और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके 19.6 मिलियन फॉलोअर्स हैं, उनके अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये जुड़े रहने की उम्मीद है।