न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): पश्चिमी दिल्ली के कैंट इलाके में 9 साल की बच्ची के साथ हुए कथित बलात्कार के बाद अंतिम संस्कार कर देने की घटना (Delhi Girl Rape Case) ने काफी तूल पकड़ लिया है, साथ ही अब इसने सियासी रंग ही अख्तियार कर लिया है। स्थानीय लोग लगातार तीन दिनों से इंसाफ के लिए गुहार लगा रहे हैं। इस बीच कांग्रेसी नेता राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें इंसाफ दिलाने का भरोसा दिया साथ ही हर संभव मदद का आश्वासन भी।
इस बीच जब दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Delhi BJP President Adesh Gupta) पीड़ित परिवार से मुलाकात करने पहुंचे तब मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने उनका कड़ा विरोध किया। काफी मान मनौव्वल के बाद उन्हें पीड़िता के परिवार से मिलने दिया गया। आदेश गुप्ता ने पीड़िता के परिजनों को दिल्ली प्रदेश भाजपा और केंद्र सरकार की ओर से हर मुमकिन मदद और पुख्ता जांच का भरोसा दिया। लोगों के बढ़ते भारी विरोध के बीच उन्हें वापस लौटना पड़ा। सूत्रों के हवाले से खबर सामने आ रही है कि जल्द ही पीड़ित परिवार से मुलाकात करने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी पहुंचने वाले हैं।
इससे पहले बीते मंगलवार (3 अगस्त 2021) को भीम आर्मी सुप्रीमो चंद्रशेखर रावण (Bhim Army Supremo Chandrashekhar Ravan) भी अपने समर्थकों के साथ पीड़िता के परिजनों से मिले थे उन्होंने कहा कि भीम आर्मी की लीगल टीम को इस मामले की कानूनी सुनवाई के लिये पीड़ित परिवार का पक्ष रखेगी। जरूरत पड़ने पर भीम आर्मी के लोग सड़कों पर उतरकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलवायेगें।
स्थानीय लोग नेताओं के वायदों और उनके रूख़ से काफी खफ़ा दिखे, जिसके बाद उन्होंने आगे कहा कि इस मुद्दे पर किसी भी राजनीतिक दल को सियासी रोटियां नहीं सेंकनी चाहिए। पीड़ित परिवार से उन्हीं नेताओं को मिलने की अनुमति दी जाएगी जब वो किसी भी तरह का पॉलिटिकल एजेंडा (Political Agenda) ना खड़ा करें।
चंद्रशेखर रावण ने इस मुद्दे को लेकर मोदी सरकार और दिल्ली सरकार को घेरते हुए कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में जब बेटियां ही सुरक्षित नहीं है, तब देश के अलग-अलग हिस्सों का क्या हाल होगा ये बखूबी समझा जा सकता है। दिल्ली में महिला सुरक्षा (Women Safety) के नाम पर कहने को बसों में मार्शलों की तैनाती की गयी है लेकिन घर के बाहर बेटियां पूरी तरह असुरक्षित है आखिर ये कैसी दिल्ली है?
ठीक इसी तर्ज पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी (Delhi Pradesh Congress President Anil Chaudhary) भी पीड़ित परिवार से मिलने मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि राजधानी दिल्ली में लगातार महिला और बच्चियों के साथ बढ़ते अपराधों के कारण हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं। हैरानी तो तब होती है जब मुख्यमंत्री केजरीवाल इस मुद्दे पर चुप्पी साधे बैठ जाते हैं। दिल्ली पुलिस लगातार इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं के दबाव और हस्तक्षेप के बाद ही दिल्ली पुलिस हरकत में आयी, जिसेक बाद अपराधियों की धरपकड़ हुई और पीड़िता के शव के अवशेषों को फॉरेंसिक जांच (Forensic Investigation) के लिये भिजवाया गया।