न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): Rajasthan: राजस्थान कांग्रेस प्रभारी महासचिव सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) ने बीते मंगलवार (6 जून 2023) नाखुश नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) के नई पार्टी बनाने की संभावना से इनकार कर दिया। शाम को जयपुर (Jaipur) पहुंचे रंधावा ने ये भी कहा कि कांग्रेस पार्टी राजस्थान के नेताओं को उनके कद के हिसाब से जिम्मेदारी सौंपेगी। इसी मुद्दे पर मीडिया से बात करते हुए उन्होनें कहा कि- “मैं आपसे ये सुन रहा हूं, मुझे लगता है कि ऐसी कोई बात नहीं है। उनके (पायलट के) दिमाग में ये पहले नहीं था और अब भी नहीं है।’
रंधावा ने ये भी कहा कि ये मीडिया है जो इस मुद्दे को उठा रही है। असल में ऐसा कोई मुद्दा है ही नहीं। उन्होंने दोहराया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने हाल ही में दिल्ली में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) और सचिन पायलट से बात की थी, जिसमें दोनों राजस्थान के नेताओं ने एकजुट होकर काम करने पर रजामंदी जतायी थी। इसी मुद्दे पर रंधावा ने कहा कि, ‘मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी (Mallikarjun Kharge and Rahul Gandhi) ने दोनों की बात ध्यान से सुनी और दोनों को बताया गया कि वो कांग्रेस की संपत्ति हैं… दोनों ने कहा कि वो साथ काम करेंगे।’
रंधावा ने कहा कि 90 फीसदी मामला सुलझा लिया गया है और बाकी भी कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। गहलोत और पायलट के बीच शांति कायम करने के सूत्र के बारे में पूछे जाने पर रंधावा ने कहा कि वो इसे मीडिया के साथ साझा नहीं करेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि गहलोत और पायलट दोनों ही फॉर्मूले के बारे में जानते हैं।
पायलट को जिम्मेदारी देने की पार्टी की योजना पर रंधावा ने कहा कि, ‘हम निश्चित तौर पर सबके लिये काम करेंगे और नेताओं के कद के हिसाब से उनकी जिम्मेदारी तय करेंगे.’
बता दे कि साल 2018 में राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही गहलोत और उनके पूर्व डिप्टी सचिन पायलट सत्ता के लिये संघर्ष कर रहे हैं और पार्टी राज्य में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले दोनों के बीच शांति कायम करने की कोशिश कर रही है। ऐसी अटकलें लगायी जा रही हैं कि पायलट 11 जून को दौसा (Dausa) में अपने पिता की पुण्यतिथि पर अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में कोई साफ संकेत दे सकते हैं।