#राकेश_टिकैत_को_गिरफ्तार_करो: Rakesh Tikait पर लगा ब्राह्मणों के अपमान करने के आरोप, उठी गिरफ़्तारी की मांग

न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता, राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) अपनी कथित टिप्पणी को लेकर विवादों में घिर गए हैं, जिसमें उन्होंने कहा है कि “किसान” और “पंडित” (पुजारी) चल रहे किसानों के आंदोलन को “पर्याप्त समर्थन नहीं” दे रहे हैं।

हरियाणा के पलवल में प्रदर्शनकारी किसान नेता टिकैत का एकत वीडियो हाल ही में सोशल मीडिया पर सामने आया है। कथित तौर पर टिकैत ने वीडियो में पुजारियों के खिलाफ कुछ अपमानजनक टिप्पणी की। टिकैत, जो बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं, गाजियाबाद में यूपी गेट पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जहां पंजाब और उत्तराखंड के हजारों किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ 28 नवंबर से आन्दोलन कर रहे हैं।

हालांकि, टिकैत ने शनिवार को कहा कि उन्होंने कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की, लेकिन कुछ लोग अनावश्यक रूप से विवाद खड़ा करने की कोशिश कर रहे है। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ मंदिरों में पुजारियों से आग्रह कर रहे थे कि वे आगे आएं और किसानों का समर्थन करें।

टिकैत ने कहा कि “ब्राह्मण समाज के लोग भी हमारे विरोध स्थल पर आ रहे हैं, लेकिन दिखाई नहीं दे रहे हैं। वे कुछ मिठाइयाँ जैसे खीर, ‘लड्डू’ और गुड़ ’बांट रहे हैं। अगर वे किसानों की मदद कर रहे हैं तो उन्हें सामने आ कर हमारा साथ देना चाहिए।”

टिकैत ने कई ट्वीट भी पोस्ट किए जिसमें उन्होंने कहा कि लोग फूट डालकर भड़काने की योजना कर रहे है। “इसके बाद भी, अगर किसी को ठेस लगी है, तो मैं सौ बार माफी माँगने के लिए तैयार हूँ। राकेश टिकैत कुछ नहीं हैं। राकेश टिकैत का अहंकार आंदोलन से बड़ा नहीं है। देश सभी से ऊपर है।”

इस मुद्दे पर, पलवल के ‘जिला ब्राह्मण समाज’ ने टिकैत की कथित टिप्पणी पर आपत्ति जताई है। एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पंडित सुभाष शर्मा ने कहा कि टिकैत के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज करने के लिए पलवल के सदर पुलिस स्टेशन को इस संबंध में शिकायत दी गई है।

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पलवल के पुलिस उपाधीक्षक विजयपाल सिंह ने कहा कि इस मामले की सबसे पहले जांच की जाएगी। उन्होंने कहा, “यदि शिकायत एसोसिएशन द्वारा दी गई है, तो हम किसी भी प्राथमिकी को दर्ज करने से पहले इसकी जांच करवाएंगे।”

गाजियाबाद में प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर के कार्यवाहक महंत नारायण गिरि ने भी टिकैत की कथित टिप्पणी की आलोचना की। महंत गिरी ने कहा कि “उनकी टिप्पणी को बिल्कुल भी उचित नहीं ठहराया जा सकता है। मुझे पता है कि उनके पिता (BKU के संस्थापक महेंद्र सिंह टिकैत) ने हमारे मंदिर में दान भेजा था। वह बहुत ही रईस आदमी थे। इसके अलावा, अगर मंदिर या पुजारी लोगों की मदद करते हैं, तो वे यह दिखाने के लिए बैनर या पोस्टर नहीं लगाते कि उन्होंने योगदान दिया है।”

इस बीच, गाजियाबाद पुलिस ने शनिवार शाम कहा कि उन्होंने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 507 (एक बेनामी संचार द्वारा आपराधिक धमकी) के तहत एक एफआईआर दर्ज की है, जिसने कथित तौर पर टिकैत को धमकी जारी की थी। अंशु जैन, सर्कल अधिकारी (Indirapuram) ने कहा, “एक अज्ञात व्यक्ति ने राकेश टिकैत को मौत की धमकी देने की शिकायत मिलने के बाद, हमने कौशाम्बी पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की है। संदिग्ध लोगों का पता लगाने के लिए निगरानी टीमों को लगाया गया है।”

टिकैत ने यूपी गेट पर संवाददाताओं से कहा, “मुझे दी गई धमकियों के संबंध में हमने एक पुलिस शिकायत दी है। फोन करने वाले ने कहा कि उसकी मुझे मारने की योजना है और यह भी कहा कि मैंने मंदिरों से दान मांगा था। उन्होंने कहा कि वह बिहार से फोन कर रहे थे।”

बीकेयू के राष्ट्रीय मीडिया समन्वयक शमशेर राणा ने पुष्टि की कि टिकैत को कथित धमकी कॉल के बाद शनिवार शाम एक पुलिस शिकायत दी गई थी।

गौरतलब है कि टिकैत की कथित टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए social media पर Rakesh Tikait की गिरफ़्तारी की मांग करते हुए लगातार ट्वीट कर रहे है। डालिए एक नज़र !

https://twitter.com/kamalranivarun/status/1343043265239511040
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