न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): हरियाणा साल ने हाल ही में बलात्कारी बाबा राम रहीम (Baba Gurmeet Singh Ram Rahim) की 21 दिनों की फरलो बेल को मंजूरी दे दी। रोहतक की सुनारिया जेल (Rohtak’s Sunaria Jail) में सज़ायाफ्ता गुरूमीत राम रहीम फिलहाल अपने परिवार वालों के साथ गुरूग्राम (Gurugram) के लिये रवाना हो चुका है। इन 21 दिनों के दौरान वो एक तरह से छुट्टियां माना सकते है और अपने परिवार वालों के साथ वक़्त बिता सकते है। दूसरी ओर डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को मिली इस फरलो के कई बड़े सियासी मायने निकाले जा रहे है।
डेरा सच्चा सौदा और गुरूमीत राम रहीम का प्रभाव पंजाब और हरियाणा में काफी रहा है। उनकी एक अपील पर डेरा समर्थक (Dera supporters) पार्टी विशेष या नेता विशेष को वोट डालने से नहीं कतराते है। ऐसे में उनका प्रभाव सीधे तौर पर 69 विधानसभा सीटों पर है। ऐसे में वो अगर पंजाब विधानसभा चुनावों (Punjab Assembly Elections) से पहले अगर किसी नेता या पार्टी के पक्ष में वोट डालने की अपील अपने समर्थकों से करते है तो इसका ज़बरदस्त असर दिखता है। फिलहाल इस बात को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Haryana Chief Minister Manohar Lal Khattar) ने सिरे से खाऱिज कर दिया है।
दूसरी ओर गुरूमीत राम रहीम ने अपने अनुयायियों से गुज़ारिश की है कि वो उनका दर्शन करने के लिये कहीं भी भीड़भाड़ ना करें। अगर उन्हें लेकर कहीं किसी तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है तो इसके जानकारी डेरा अनुयायियों को दी जायेगी। गौरतलब है कि डेरा सेवादार रंजीत की हत्या (Murder of Dera Sewadar Ranjit) और साध्वी से रेप के दो मामलों में सज़ायाफ्ता है। डेरा सेवादार रंजीत की हत्या वाला मामला साल 2002 का है, जिसमें उन्हें उम्रकैद की सज़ा हुई। साध्वी से रेप मामले में उन्हें सीबीआई की विशेष अदालत (CBI special court) ने उन्हें साल 2017 में 20 साल की सज़ा सुनाई थी।