संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) का विरोध करने वाले विपक्ष पर निशाना साधा और कहा- नया नागरिकता कानून किसी भी भारतीय की नागरिकता नहीं छीनेंगा। मैं सीएए का समर्थन करता हूं। कुछ लोग अधिनियम को समझे बिना बेबुनियादी विरोध कर रहे हैं। लेकिन हैरत की बात है कि कांग्रेस ये समझने को तैयार ही नहीं है। सीपीआई, सीपीआई-एम जानबूझकर अधिनियम को समझना नहीं चाहते।
नागरिकता के ऐतिहासिक पक्षों पर बोलते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा-सीएए देश के नागरिकों को सीधे तौर पर प्रभावित नहीं करेगा… ये न तो उन्हें नागरिकता देगा और न ही किसी की नागरिकता छीनेगा। इंदिरा गांधी ने उन हिंदुओं को नागरिकता दी जो युगांडा से आए थे, राजीव गांधी ने भी तमिलों को नागरिकता दी थी, जो श्रीलंका से निर्वासित हुए थे। अब मुझे समझ नहीं आ रहा है कि अगर पीएम मोदी ऐसा कर रहे हैं तो इसमें बुरा क्या है ?
सिर्फ संसद के पास ही नागरिकता से जुड़े कानून पारित करने की शक्ति है, ये संवैधानिक शक्ति किसी भी विधानसभा के पास नहीं है।
केंद्रीय मंत्री का ये बयान ऐसे वक़्त में आया है जब केरल सरकार ने विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से आग्रह किया सीएए को तुरन्त निरस्त किया जाये। गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 को लेकर देश भर में कड़े विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहे है। इस अधिनियम के मुताबिक पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के वे सभी हिंदू, ईसाई, सिख, बौद्ध और पारसी शरणार्थी जो 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले भारत में आ चुके है उन्हें केन्द्र सरकार स्थायी नागरिकता देगी।