न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): एनडीटीवी (NDTV) प्रमोटर कंपनी आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक प्रणय रॉय और राधिका रॉय के इस्तीफे के एक दिन बाद एनडीटीवी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी संपादक रवीश कुमार (Ravish Kumar) ने बीते बुधवार (30 नवंबर 2022) को इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के बाद उनके यू-ट्यूब चैनल से एक वीडियो रिलीज किया गया, जिसमें उन्होनें अपने इस्तीफे और मौजूदा पत्रकारिता का दौर पर अपनी बात रखी। उनके इस वीडियो पर आये कमेंट से साफ होता है कि उनके इस्तीफे से उनके कई फैंस खासा गमगीन है।
उनके इस्तीफे के बाद एनडीटीवी ने कहा कि इस्तीफा तुरंत मंजूर कर लिया और अपने इंटरनल मेल में कहा कि- रवीश कुमार ने लोगों को काफी प्रभावित किया है। इसका खुलासा उनके इस्तीफे के बाद सामने आयी लोगों की प्रतिक्रिया से पता लगता है। उनकी पत्रकारिता शैली लोगों को अपनी ओर खींचती है। भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाज़ा गया है। रवीश दशकों से एनडीटीवी का एक अभिन्न हिस्सा रहे हैं, उनका योगदान बहुत बड़ा रहा है और हम जानते हैं कि वो कामयाब होंगे क्योंकि वो एक नई शुरुआत करेंगे।
22 नवंबर को अडानी ग्रुप (Adani Group) ने 5 दिसंबर को खत्म होने वाली ऑफरिंग की पेशकश शुरू करके कंपनी में अतिरिक्त 26 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने की प्रक्रिया शुरू की।
रवीश कुमार साल 1996 में नई दिल्ली टेलीविजन नेटवर्क (NDTV) में शामिल हुए और तब से एनडीटीवी से जुड़े रहें। उन्होंने NDTV इंडिया पर कई समाचारआधारित शो जैसे हम लोग, रवीश की रिपोर्ट, देश की बात और प्राइम टाइम में एंकरिंग की। रवीश कुमार को 2019 में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार (Ramon Magsaysay Award) के अलावा पत्रकारिता पुरस्कार में दो बार रामनाथ गोयनका (Ramnath Goenka) उत्कृष्टता से सम्मानित किया गया है।
उनके इस्तीफे से उनकी कई करीबी पत्रकार साथी जैसे कि वर्तिका नंदा, मनोरंजन भारती, संकेत उपाध्याय, सिक्ता देव सिंह, निधि कुलपति और राजीव माखानी (Nidhi Kulpati and Rajeev Makhani) हैरत में है, लेकिन पत्रकारिता जगत के लोग पहले से ही ये मानकर चल रहे थे कि प्रणव रॉय और राधिका रॉय (Pranav Roy and Radhika Roy) के जाने के बाद रवीश भी एनडीटीवी का हिस्सा नहीं रहेगें।