न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): शिवसेना (Shiv Sena) के खिलाफ बगावत करते हुए एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की अगुवाई में एक दर्जन से ज्यादा विधायक कुछ देर पहले गुवाहाटी एयरपोर्ट (Guwahati Airport) पहुंचे। खबरों के मुताबिक गुजरात के सूरत के एक होटल में रखे गये करीब 15 विधायकों को विशेष विमान से असम ले जाया गया, जो आज (22 जून 2022) तड़के गुवाहाटी पहुंचे।
गुवाहाटी एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में एकनाथ शिंदे ने 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया और कहा कि वो बालासाहेब ठाकरे (Balasaheb Thackeray) की हिंदुत्व नीति को आगे बढ़ायेगें। असम में इस समय बीजेपी (BJP) की सरकार है, माना जा रहा है कि असम (Assam) बीजेपी और राज्य सरकार के शीर्ष नेता शिवसेना के बागी विधायकों के गुवाहाटी में रूकने की व्यवस्था कर रहे हैं।
शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे ने पार्टी से बगावत करने के बाद कुछ विधायकों को भाजपा शासित गुजरात में रखा था। इन विधायकों ने शिवसेना के खिलाफ बगावत कर महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी (MVA- Maha Vikas Aghadi) सरकार को संकट में डाल दिया है। शिंदे सोमवार (20 जून 2022) रात से ही पार्टी के कुछ अन्य विधायकों के साथ सूरत में थे।
बता दे कि राजनीतिक घटनाक्रम में लगातार दिलचस्प मोड़ आ रहे है। शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra Legislative Assembly) में पार्टी के विधायक दल के नेता के पपद से बर्खास्त कर दिया है। एमवीए सरकार के भीतर राजनीतिक संकट के बीच आज महाराष्ट्र कैबिनेट की अहम बैठक होगी। इससे पहले एकनाथ शिंदे और 15 से ज़्यादा अन्य विधायक गुजरात के सूरत (Surat in Gujarat) में एक रिसॉर्ट में छिपे थे और उनसे संपर्क नहीं हो सका था।
दूसरी ओर शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया है कि पार्टी के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भारतीय जनता पार्टी के साथ फिर से गठबंधन करने का आग्रह किया। नेता ने कहा कि ठाकरे ने बागी नेता से बात करने के लिये अपने विश्वासपात्र मिलिंद नार्वेकर (Milind Narvekar) और शिंदे के सहयोगी रवींद्र फाटक को सूरत भेजा था।
हाल ही में शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया था कि गुजरात के सूरत में कुछ मंत्रियों समेत 14 से 15 विधायक एकनाथ शिंदे के साथ हैं। हालांकि पार्टी के एक अन्य नेता ने दावा किया है कि ये तादाद 23 हो सकती है। हमारा दावा है कि शिंदे के साथ 33 विधायक और 7 निर्दलीय विधायक हैं।
शिवसेना ने सभी बागी विधायकों को पार्टी लाइन का पालन करने की चेतावनी जारी की है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि, “विधायकों को पार्टी के मुख्य सचेतक द्वारा व्हिप के मुद्दों का पालन करना होगा, अन्यथा वो विधानसभा की सदस्यता खो देंगे।” इस बीच महाविकास अघाड़ी सरकार में तीसरे सहयोगी कांग्रेस ने भी सरकार को किसी भी तरह के खतरे से इनकार किया है।
दूसरी ओर शिवसेना के सैकड़ों कार्यकर्ता मुंबई में शिवसेना मुख्यालय (Shiv Sena Headquarters) के बाहर पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिये इकट्ठा हुए, जो कि शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे की बगावत से जूझ रहे थे।