लाइफ स्टाइल डेस्क (उमा गजपति): Red Wine Benefits: बहुत से लोग मानते हैं कि हर दिन एक गिलास वाइन हेल्थी डाइट का अहम हिस्सा है, जबकि कई लोगों का तर्क है कि ये सोच शराबखोरी को ज़्यादा बढ़ावा देती है। रेड वाइन की मॉडरेट ड्रिंकिंग (Moderate Drinking) से हृदय रोग समेत कई तरह की बीमारियों का खतरा कम होता है। हालांकि मॉडरेट और बेहद ज़्यादा ड्रिंकिंग के बीच एक महीन रेखा है।
काल रंग के अंगूर को कुचलने और फर्मेंटिंग (Fermenting) करने से रेड वाइन बनती है। रेड वाइन के कई अलग-अलग तरह की होती हैं, जिनमें से हरेक का अपना अलग स्वाद और रंग होता है। शिराज, मर्लोट, कैबरनेट सॉविनन, पिनोट नोयर और ज़िनफंडेल ये सभी जानी-मानी वैराइटीज हैं। शराब का कॉन्शंट्रेशन लेवल (Concentration Level) सामान्य रूप से 12 से 15% के बीच होता है। रेड वाइन की मॉडरेट ड्रिंकिंग सेहत के लिये फायदेमंद होती है, ये ताकतवर एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidants) इसलिये है, क्योंकि ये हाई कॉन्शंट्रेशन लेवल का होता है।
माना जाता है कि मॉडरेट ड्रिंकिंग के कुछ फायदे शराब में अल्कोहल की वज़ह से होते हैं। इसे लेकर फ्रांस में एक सोच काफी लोकप्रिय है। इसके मुताबिक फ्रांस में सेचुरेटिड फैट और कोलेस्ट्रॉल (Saturated Fat and Cholesterol) भरे खानपान के बावजूद रेड वाइन की वज़ह से फ्रांस में दूसरे देशों के मुकाबले हृदय रोग की दर कम है।
अंगूर में एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं। उनमें रेस्वेराट्रोल, कैटेचिन, एपिक्टिन (Catechins, Epicatechin) और प्रोएथोसायनिडिन शामिल हैं। रेड वाइन में एंटीऑक्सिडेंट खासतौर से रेस्वेराट्रोल और प्रोएंथोसायनिडिन (Resveratrol and Proanthocyanidins) को सेहत के लिये फायदेमंद माना जाता है। प्रोएंथोसायनिडिन को शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव (Oxidative Stress) को कम करने के लिये कारगार माना गया है। ये हृदय रोग और कैंसर (heart disease and cancer) की रोकथाम में भी मददगार होते हैं।