न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): खाद्य तेल की कीमतों में उछाल के कारण बीते नवंबर महीने में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 4.91 फीसदी हो गयी, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (National Statistics Office-NSO) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति बीते नवंबर महीने में बढ़कर 4.91 प्रतिशत हो गयी, जो पिछले महीने में 4.48 फीसदी थी।
बढ़ोत्तरी के बावजूद मुद्रास्फीति (Inflation) लगातार पांचवें महीने में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 2-6 प्रतिशत के लक्ष्य सीमा के भीतर बनी हुई है। आरबीआई को खुदरा मुद्रास्फीति को 4 प्रतिशत पर 2 प्रतिशत के मार्जिन के साथ रखने के लिये अनिवार्य किया गया है।
हालांकि हाल के महीनों में मुद्रास्फीति में बढ़ोत्तरी का चलन रहा है, नवंबर 2021 का आंकड़ा पिछले साल की इसी अवधि के दौरान दर्ज किये गये आंकड़े से काफी बेहतर है। नवंबर 2020 में सीपीआई मुद्रास्फीति 6.93 प्रतिशत थी।
ग्रामीण इलाकों के मुकाबले शहरी क्षेत्रों में मूल्य वृद्धि तेज है। शहरी क्षेत्रों में सीपीआई मुद्रास्फीति नवंबर 2021 में 5.54 प्रतिशत बढ़ी, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में ये 4.29 फीसदी थी। अक्टूबर 2021 के दौरान भी शहरी क्षेत्रों में मुद्रास्फीति का दबाव ज़्यादा था। अक्टूबर 2021 में शहरी सीपीआई मुद्रास्फीति 5.04 प्रतिशत थी जबकि ग्रामीण इलाकों के लिये ये 4.07 प्रतिशत थी।
इसी क्रम एक साल पहले रुझान अलग था। नवंबर 2021 के दौरान ग्रामीण मुद्रास्फीति शहरी इलाके के 6.73 फीसदी के मुकाबले 7.2 प्रतिशत ज़्यादा थी। ये आंकड़ा एनएसओ के फील्ड ऑपरेशंस डिवीजन (NSO's Field Operations Division) के फील्ड स्टाफ द्वारा व्यक्तिगत तौर पर इकट्ठा किये गये चयनित 1,114 शहरी बाजारों और 1,181 गांवों से मूल्य डेटा इकट्ठा किया गया है। नवंबर 2021 के महीने के दौरान एनएसओ ने 99.7 फीसदी गांवों और 98.4 फीसदी शहरी बाजारों से कीमतें एकत्र कीं, जबकि बाजार-वार कीमतों की रिपोर्ट ग्रामीण के लिए 89.4 फीसदी और शहरी के लिए 92.8 फीसदी थी।
नवंबर के महीने में खाद्य कीमतों (Food Prices) में तेज तेजी आयी थी। खाद्य कीमतें, जो उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (Consumer Price Index) में लगभग आधे का योगदान करती हैं, नवंबर 2021 में सालाना आधार पर 1.87 फीसदी बढ़ी, जबकि अक्टूबर 2021 में ये 0.85 प्रतिशत थी। खाद्य तेल की कीमतों में 30 फीसदी का इज़ाफा हुआ। खुदरा ईंधन मुद्रास्फीति हालांकि ऊंचे स्तर पर बनी रही और पिछले महीने के मुकाबले नवंबर में ये कम थी। खुदरा ईंधन की कीमतें साल-दर-साल नवंबर में 13.35 फीसदी बढ़ी, जबकि पिछले महीने में ये 14.35 फीसदी थी।