न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): Omicron दुनिया भर में ‘वेरियंट ऑफ कंसर्न’ के तौर पर सामने आया है। इसे पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पाया गया, जहां से ये भारत समेत दुनिया भर के कई देशों में फैल गया है। हाल ही में कर्नाटक में नये स्ट्रेन (New Strain) के साथ दो रोगियों का पता चला है। हालातों का संज्ञान लेते हुए भारत ने वायरस के प्रसार से बचने के लिये सख्त यात्रा प्रतिबंध लागू किये। कई हाई रिस्क वाले राज्य किसी भी संभावित प्रकोप से बचने के लिये केंद्र के दिशानिर्देशों के अलावा सख्त नियम लागू कर रहे हैं। आइये जाने कौन से राज्य क्या क्या कदम उठा रहे है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली
अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को अपनी निर्धारित यात्रा से पहले ऑनलाइन ‘एयर सुविधा’ पोर्टल पर सेल्फ डिक्लेयरेशन फॉर्म (Self Declaration Form) सबमिट करना जरूरी होगा। https://www.newdelhiairport.in/airsuvidha/apho-registration पर बीतों 14 दिनों के दौरान यात्रियों ने कहां कहां वक़्त बिताया इसकी डिटेल देनी होगी। हवाई सफर करने से 72 घंटे पहले की निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट (RT-PCR report) अपलोड करना जरूरी होगा।
कर्नाटक
राज्य में आने वाले अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को आरटी-पीसीआर टेस्ट से गुजरना होगा और सात दिनों के होम क्वारंटाइन में भी रहना होगा। जिन अंतरराष्ट्रीय यात्रियों ने कोरोना टेस्ट (Corona Test) निगेटिव आया है उन्हें भी अनिवार्य तौर पर सात दिनों के लिये होम क्वारंटाइन (Home Quarantine) किया जायेगा। जो लोग बीमारी और निगेटिव पाये गये है, उन्हें पांचवें दिन घर पर कोरना परीक्षण से गुजरना होगा। जो लोग बिना लक्षण वाले हैं उनका सातवें दिन परीक्षण किया जायेगा। अगर वो पॉजिटिव हैं तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जायेगा और अलग से इलाज किया जायेगा।
पश्चिम बंगाल
राज्य सरकार ने निर्देश दिये है कि नये स्ट्रेन से प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों को सात दिनों तक आइसोलेशन (Isolation) में रहना होगा। देश के अन्य हिस्सों से उड़ान भरने वालों को आरटी-पीसीआर परीक्षणों की अपनी रिपोर्ट पेश करनी होगी, जो कि 72 घंटे से ज़्यादा पुरानी ना हो।
उत्तराखंड
राज्य सरकार ने ऐलान किया है कि उत्तराखंड पहुंचने वाले लोगों को अनिवार्य कोरोना टेस्ट से गुजरना होगा। टेस्ट में किसी भी व्यक्ति को कोरोना पॉजिटिव या बीमार पाया जायेगा को उसे 14 दिनों के लिये क्वांरटीन किया जायेगा। जांच किये सभी कोरोना सैंपल्स को जीनोम सिक्वेसिंग (Genome Sequencing) के लिये देहरादून के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भेजा जायेगा। जिला अधिकारी नवीनतम आईसीएमआर दिशानिर्देशों के मुताबिक सभी स्वास्थ्य सेवा और फ्रंटलाइन वर्कर्स का भी कोरोना टेस्ट किया जायेगा। राज्य के अधिकारी राज्य की सीमाओं पर रेंडम कोरोना टेस्ट भी करेंगे।
जम्मू और कश्मीर
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर हवाई अड्डे पर पहुंचने वाले सभी अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों का आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जायेगा। इसके बाद उन यात्रियों को सात दिनों के लिये होम क्वारंटाइन किया जायेगा जिनका कोरोना टेस्ट निगेटिव आया हो। फिर यात्रियों को उनके होम क्वारंटाइन के आठवें दिन कोरोना के लिये फिर से टेस्ट किया जायेगा। अगर आरटी-पीसीआर की रिपोर्ट निगेटिव आती है तो वो सख्त होम क्वारंटाइन में एक और सप्ताह के लिये जायेगें और सेल्फ मॉनिटरिंग (Self Monitoring) करेंगे।