एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): यूक्रेन (Ukraine) पर चल रहे रूसी हमले में खार्किव (Kharkiv) जंग का नया मोर्चा बना हुआ है। यूक्रेन ने तगड़ी ज़वाबी सैन्य कार्रवाई की बदौलत इलाके में कुछ हद तक ज़मीन पर वापस कब़्जा कायम किया है। खार्किव पर हमले लंबे समय तक जारी रहे, इसलिये रूसी सैन्य बलों (Russian Armed Forces) ने इलाके के ज़्यादातर हिस्सों में बिजली और पानी की सप्लाई को भारी नुकसान पहुंचाया है। खार्किव शहर के मेयर इहोर तेरखोव (Mayor Ihor Terekhov) ने इसे रूस की ओर से “बदला लेने की कार्रवाई” बताया, जो कि इस इलाके में पैर उखड़ने के बाद काफी हैरत में है।
रॉयटर्स के मुताबिक हमले के कारण कई पूर्वी यूक्रेनी शहर जैसे निप्रो और पोल्टावा (Dnipro and Poltava) बड़े पैमाने ब्लैकआउट का सामना कर रहे थे। हालांकि यूक्रेनी सेना के कमांडर-इन-चीफ वालेरी ज़ालुज़्नी (Ukrainian Army Commander-in-Chief Valery Zaluzny) ने कहा कि “वो इस इलाकों में लगातार मजबूती के साथ आगे बढ़ रहे है। रूस काफी सोची समझी रणनीतिक चाल के तहत चुन चुनकर सिविलियन इंफ्रास्ट्रक्चरल फैसिलिटी को निशाना बना रहा है। खार्किव में हम न सिर्फ दक्षिण और पूर्व की ओर बल्कि उत्तर की ओर भी आगे बढ़ने लगे। राज्य की सीमा [रूस के साथ] जाने के लिये 50 किमी आगे बढ़ना होगा”
ज़ालुज़्नी ने रूस पर यूक्रेनी नागरिकों के बीच समस्यायें पैदा करने के लिये खार्किव में बिजली ग्रिड को जानबूझकर निशाना बनाने का भी आरोप लगाया। इससे सर्दियों में हालात और भी खराब हो जायेगें क्योंकि बिजली की कमी से उस इलाके में गंभीर समस्यायें पैदा हो सकती हैं, ये इलाका बेहद ठंडे तापमान का अनुभव करने के लिये जाना जाता है।
देश के पूर्वी हिस्से में सभी आला अधिकारी रूसी हमले के बाद हाई अलर्ट पर थे और उनमें से ज़्यादातर अधिकारियों ने लोगों से बिजली के उपकरणों को अनप्लग करने के लिये कहा। बिजली आपूर्ति में बाधा आने से यूक्रेनी भारी मुश्किलों में घिर सकते है। दिमित्रो ज़ीविट्स्की (Dimitro Zhyvitsky) ने टेलीग्राम पर लिखा कि “मैं यथासंभव विद्युत उपकरणों को डिस्कनेक्ट करने की सलाह देता हूं।”