न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): Russia Ukraine Crisis: कीव में भारतीय दूतावास ने आज (15 फरवरी 2022) यूक्रेन में भारतीय नागरिकों खासतौर से छात्रों को यूक्रेन और रूस के बीच मौजूदा नाज़ुक हालातों देखते हुए अस्थायी रूप से यूक्रेन छोड़ने के लिये कहा। भारतीय दूतावास (Indian Embassy) ने अपने बयान में कहा कि, “यूक्रेन में मौजूदा स्थिति की अनिश्चितताओं को देखते हुए यूक्रेन में भारतीय नागरिक विशेष रूप से जिन छात्रों का प्रवास आवश्यक नहीं है वो अस्थायी रूप से यूक्रेन छोड़ने पर विचार कर सकते हैं। भारतीय नागरिकों को भी सलाह दी जाती है कि जरूरी ना होने पर यूक्रेन की यात्रा से बचे”
बयान में आगे लिखा गया कि, “भारतीय नागरिकों से अनुरोध है कि वे दूतावास को यूक्रेन में अपनी मौजूदगी के बारे में जानकारी दे ताकि दूतावास उन तक आसानी से पहुँच सके। दूतावास यूक्रेन में भारतीय नागरिकों को सभी जरूरी सेवायें मुहैया कराने के लिये अपना काम करना जारी रखें हुए है।”
26 जनवरी को कीव में भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में रहने वाले अपने नागरिकों से कहा था कि वो अपनी जानकारियां दर्ज करवाये ताकि जरूरी जानकारियां वक़्त रहते उन तक पहुँचायी जा सके। भारतीय नागरिकों के साथ कारगर ढंग से कोर्डिनेशन बनाने और तेजी से जानकारियां देने के इरादे से भारतीय दूतावास ने जरूरी जानकारी देने की अपील की।
हाल के महीनों में यूक्रेन पर तनाव बढ़ गया है। रूस और नाटो (Russia and NATO) ने एक-दूसरे पर रूसी-यूक्रेनी सीमा पर सैनिकों को इकट्ठा करने का आरोप लगाया। संयुक्त राज्य अमेरिका और यूक्रेन ने रूस पर हमला करने की तैयारियां करने का इल्ज़ाम लगाया। इस बीच मास्को ने इन दावों का खंडन किया और कहा कि उसका किसी देश पर हमला करने का कोई इरादा नहीं है।
व्हाइट हाउस (White House) के प्रवक्ता ने इससे पहले कहा था कि, भारत समेत कोई भी देश रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव को कम करने में भूमिका निभाने के लिये आने आना चाहता है तो उसका स्वागत किया जायेगा।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जेन साकी ने कहा कि, “हम निश्चित रूप से तनाव कम करने के किसी भी प्रयास का स्वागत करते हैं और हम इस मुद्दे पर कई सहयोगियों और भागीदारों के संपर्क में हैं, लेकिन इस मामले पर भारतीय अधिकारियों से मेरी किसी तरह की कोई खास बात नहीं हुई है।”