एजेंसियां/नई दिल्ली (प्रियंवदा गोप): हरियाणा की 17 वर्षीय छात्रा नेहा ने बेहद दयालु अंदाज में रूस के साथ संघर्ष के बढ़ने के बीच यूक्रेन (Ukraine) में रहने का फैसला किया है। यूक्रेन में मेडिसिन की पढ़ाई कर रही नेहा ने अपने मकान मालिक के परिवार की देखभाल के लिये रूकने का फैसला किया। बता दे कि मकान मालिक के परिवार ने रूस के खिलाफ लड़ाई में स्वेच्छा से यूक्रेनी सेना में शामिल होने का फैसला किया है।
हरियाणा (Haryana) के चरखी दादरी जिले की नेहा ने अपनी मां से कहा, “मैं रहूं या न रहूं, लेकिन मैं इन बच्चों और उनकी मां को किसी भी हालातों में नहीं छोड़ूंगी।” जंगी हालातों को बीच नेहा को भारत वापसी करने का मौका मिला था, जिसे उन्होनें ठुकरा दिया। नेहा ने कुछ पिता कुछ साल पहले ही शहीद हुए थे, वो भारतीय सेना में थे। नेहा ने पिछले साल यूक्रेन के एक मेडिकल कॉलेज (Medical college) में दाखिला लिया था। फिलहाल वो मकान मालकिन और उनके तीन बच्चों के साथ बंकर में रह रही है। नेहा ने यूक्रेन की राजधानी कीव (Capital Kyiv) में कंस्ट्रक्शन इंजीनियर के घर पर एक कमरा किराए पर लिया था, क्योंकि उन्हें हॉस्टल में रहने की जगह नहीं मिल पायी थी।
हाल ही में नेहा ने अपने पारिवारिक मित्र से कहा था कि, “हम बाहर धमाकों की आवाज सुनते रहते हैं, लेकिन फिलहाल ठीक हैं।”
इस बीच खार्किव नेशनल यूनिवर्सिटी (Kharkiv National University) में इंजीनियरिंग थर्ड ईयर के छात्र ऋषभ कौशिक ने अपने पालतू जानवर के बिना देश छोड़ने से इनकार कर दिया है। ऋषभ का दावा है कि वो सभी कागजी कार्रवाई और मंजूरी लेने की कोशिश कर रहा है ताकि जब वो एयरलिफ्ट हो जाये तो उनका कुत्ता भी उनके साथ जा सके, लेकिन अधिकारियों ने उसे रोक दिया है जो कि जरूरत से ज़्यादा दस्तावेज उनसे मांग रहे हैं’।