Russia Ukraine War: विक्टर मेदवेदचुक की गिरफ्तारी से कितने नाखुश़ पुतिन?

Russia Ukraine War: रूस यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के परिचित नामों के अलावा एक नाम बहुत प्रमुखता से सामने आया, वो है यूक्रेनी वकील और राजनीतिज्ञ विक्टर वोलोडिमिरोविच मेदवेदचुक (Viktor Volodymyrovich Medvedchuk) का है।

इस साल की शुरुआत में संयुक्त राज्य अमेरिका ने तीन अन्य यूक्रेनियन के साथ विक्टर मेदवेदचुक के खिलाफ प्रतिबंध लगाये, जिन पर कीव को अस्थिर करने के लिये रूस के साथ काम करने का आरोप लगाया गया था। विक्टर मेदवेदचुक को 29 अगस्त, 2019 को यूक्रेन के पीपुल्स डिप्टी के तौर पर चुना गया।

मेदवेदचुक ने साल 2018 से 2022 तक रूसी समर्थक राजनीतिक संगठन यूक्रेनी चॉइस के अध्यक्ष के तौर पर काम किया। वो यूक्रेन के यूरोपीय संघ में शामिल होने के विरोधी हैं। इसलिए यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के 48वें दिन जब राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने पुतिन को चोट पहुँचाने के लिये कार्रवाई की तो उन्होंने विक्टर मेदवेदचुक को हिरासत में लेकर अपने इरादे साफ कर दिये।

बीते मंगलवार (12 अप्रैल 2022) को सैन्य वर्दी पहने हुए हथकड़ी में अस्त-व्यस्त विक्टर मेदवेदचुक की तस्वीर मीडिया में देखी गई। उसी दिन राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने देर रात के संबोधन में रूसी कैद में युद्ध के यूक्रेनी कैदियों (POWs) के बदले मेदवेदचुक को सौंपने की पेशकश की।

हालांकि अस्थिर लेकिन जवाब में क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि मेदवेदचुक यूक्रेनी नागरिक है। साथ ही उन्होंने विक्टर मेदवेदचुक और मास्को के बीच किसी भी गुप्त संबंध से इनकार किया। पेसकोव ने कहा, “जहां तक एक्सचेंज का संबंध है, जिसके बारे में कीव जोश के साथ हमसे से बात कर रहा है, ऐसे में हम साफ कर देना चाहते है कि   मेदवेदचुक रूस का नागरिक नहीं है और उसका विशेष सैन्य अभियान से कोई लेना-देना नहीं है। वो एक विदेशी राजनेता है।”

67 वर्षीय बिजनेस टाइकून विक्टर मेदवेदचुक यूक्रेन की राजधानी कीव में नजरबंद थे – लेकिन 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूसी हमले के तुरंत बाद वो भाग गये। बीते बुधवार (13 अप्रैल 2022) को यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (एसबीयू) के प्रमुख इवान बाकानोव ने ऑपरेशन का खुलासा करते हुए कहा कि विक्टर मेदवेदचुक को कीव इलाके में सीमा के रास्ते से गिरफ्तार किया गया।

रूसी संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) के एजेंट मोल्दोवा के रूसी समर्थक इलाके ट्रांस-डेनिएस्टर में उनका इंतजार कर रहे थे, जहां से उसे मास्को ले जाया जाना था। मामले पर इवान बाकानोव ने कहा कि- “हम न सिर्फ विक्टर मेदवेदचुक के खिलाफ थे, बल्कि हम एक बहुत शक्तिशाली दुश्मन संघीय सुरक्षा सेवा के खिलाफ थे”।

रूसी समर्थक राजनेता और व्यवसायी विक्टर मेदवेदचुक को यूक्रेन के सबसे धनी व्यक्तियों में से एक बताया जाता है। हमलों के शुरूआती दिनों के दौरान मेदवेदचुक अपने कीव हाउस अरेस्ट से गायब हो गये थे, जिससे कई लोगों का मानना ​​​​था कि रूसी विशेष बल उन्हें देश से बाहर निकालने में कामयाब रहे।

कहा जाता है कि विक्टर मेदवेदचुक की संपत्ति बड़े पैमाने पर रूसी तेल कंपनियों और क्रेमलिन (Kremlin) के साथ उनके घनिष्ठ संबंधों से आती है। कहा जाता है कि सांसद तारास कोज़ाक के साथ उनके दो लोगों ने नोवोशख्तिंस्क (Novoshkhtinsk) के खनन शहर में रूसी तेल रिफाइनरी में नॉकडाउन कीमत के लिये 42% हिस्सेदारी खरीदने से लाखों कमाये हैं।

तेल और मीडिया बैरन और पुतिन के लंबे समय से विश्वासपात्र मेदवेदचुक ने आखिरकर अमेरिकी प्रतिबंधों से बचने के लिये अपनी पत्नी, टीवी स्टार ओक्साना मार्चेंको (Oksana Marchenko) के नाम पर रिफाइनरी में बड़ी पैमाने हिस्सेदारी खरीदी। विक्टर मेदवेदचुक रूस समर्थक अरबपतियों के गुट द्वारा समर्थित विपक्षी मंच फॉर लाइफ के नेता हैं। ये गुट मेदवेदचुक की तरह क्रेमलिन के प्रति सहानुभूति रखता हैं। यो मंच देश की सबसे बड़ी विपक्षी ताकत है।

मेदवेदचुक को यूक्रेनी राजनीतिक हलकों में सहन किया गया क्योंकि उन्हें क्रेमलिन (Kremlin) के साथ बातचीत करने के लिये अहम वार्ताकार के तौर पर देखा गया था। उन्होंने रूसी समर्थित अलगाववादियों के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभायी, जिन्होंने पूर्वी यूक्रेन के कई इलाके को अपने कब़्जे में ले लिया था।

युद्ध शुरू होने से कुछ समय पहले अमेरिकी खुफिया ने दावा किया था कि क्रेमलिन द्वारा युद्ध के बाद के शासन में कठपुतली सरकार के लिये मेदवेदचुक के नाम पर आखिर मोहर मास्को ने लगा दी थी।

मेदवेदचुक और उनका परिवार अगस्त 2020 में रूसी कोविड -19 वैक्सीन स्पुतनिक वी की खुराक हासिल करने वाले पहले लोगों में से था। पुतिन और मेदवेदचुक ने यूक्रेन को वैक्सीन की लाखों खुराक देने के लिये एक सौदा भी किया था, लेकिन बाद में इसे यूक्रेनी सरकार ने नामंजूर कर दिया।

मई 2021 में उन पर राजद्रोह का आरोप लगाया गया और उन्हें नजरबंद कर दिया गया, जिससे वो रूसी महले के बाद बच गये। उन पर रूस से जुड़े क्रीमिया से प्राकृतिक संसाधनों को चुराने और रूस को यूक्रेन गोपनीय सैन्य जानकारी लीक करने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया। कथित तौर पर रूसी दुष्प्रचार फैलाने के लिये पिछले साल उनके कई टेलीविजन चैनलों को भी विवादास्पद रूप से बंद कर दिया गया।

इस साल मार्च में ज़ेलेंस्की ने क्रेमलिन के साथ तालुक्कात रखने के लिये मेदवेदचुक समेत 11 पार्टियों को निलंबित करने के लिये अपने सरकारी फैसले का ऐलान किया। ज़ेलेंस्की सरकार ने ‘डी-ऑलिगार्चाइज़ेशन’ रणनीति अपनाई है, जहाँ वो प्रतिबंधों के जरिये राष्ट्रपति के कुछ राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाती है।

यूक्रेन में स्टेट ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन की सिफारिश पर विक्टर मेदवेदचुक और उनकी पत्नी की संपत्ति से जुड़ी 154 चीज़ों को जब्त कर लिया गया है। इनमें तीस भूमि भूखंड, 32 अपार्टमेंट, 23 घर, 17 पार्किंग स्थल, एक नौका और 26 लक्जरी कारों का एक बेड़ा खासतौर से शामिल है।

विक्टर मेदवेदचुक जिसे अक्सर यूक्रेनी राजनीति का ‘डार्क प्रिंस’ कहा जाता है, दो दशकों से पुतिन का वफादार सहयोगी रहे है। उनके संबंध राजनीतिक गठजोड़ से भी गहरा हैं। दोनों ने सोची में पुतिन के घर और क्रीमिया में मेदवेदचुक के विला में एक साथ छुट्टियां मनायी हैं। पुतिन मेदवेदचुक की सबसे छोटी बेटी डारिया के गॉडफादर हैं।

मेदवेदचुक ने एक बार कहा था कि, “मैं ये नहीं कहना चाहता कि मैं उस रिश्ते (पुतिन के साथ) का फायदा उठाता हूं, लेकिन आप कह सकते हैं कि ये मेरे राजनीतिक शस्त्रागार का हिस्सा रहा है।” दूसरी ओर, 2019 में फिल्म निर्माता ओलिवर स्टोन के साथ एक इंटरव्यूह में रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि- हम दोनों समय-समय पर मिलते हैं। मैं ये नहीं कहूंगा कि हम बहुत करीब हैं लेकिन हम एक दूसरे को अच्छी तरह से जानते हैं”

संस्थापक संपादक : अनुज गुप्ता

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